सीरिया में रासायनिक हमले की जांच पर रूस ने दसवीं बार किया वीटो
सुरक्षा परिषद में इस मतदान को लेकर अमेरिका और रूस के प्रतिनिधियों के बीच वाकयुद्ध भी देखने को मिला।
संयुक्त राष्ट्र, रायटर। रूस ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सीरिया के विरुद्ध लाए गए रासायनिक हमले की जांच संबंधी प्रस्ताव को दसवीं बार वीटो कर दिया। सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों में शामिल रूस के वीटो करते ही प्रस्ताव खारिज हो गया। अमेरिका के इस प्रस्ताव के पक्ष में 11 और विपक्ष में दो वोट पड़े। विपक्ष में वोट करने वालों में रूस और बोलीविया शामिल थे। चीन और मिस्र वोटिंग से अलग रहे।
सुरक्षा परिषद में इस मतदान को लेकर अमेरिका और रूस के प्रतिनिधियों के बीच वाकयुद्ध भी देखने को मिला। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने धमकी भरे लहजे में कहा, 'अगर हमें जरूरत पड़ी तो हम दोबारा प्रस्ताव लाएंगे।'
वहीं रूस के राजदूत वैसिली नेबेंजिया ने कहा, 'अमेरिकी प्रस्ताव का प्रारूप संतुलित नहीं था। हमें एक मजबूत व पेशेवर तंत्र की जरूरत है जो क्षेत्र में रासायनिक आतंकवाद के खतरे के प्रसार पर रोक लगाए। आपको (अमेरिका) एक कठपुतली संरचना की आवश्यकता थी जो जनता की राय में हेरफेर करे।' ज्ञात हो कि इस साल चार अप्रैल को पश्चिमोत्तर सीरिया के खान शेखों में विद्रोही गुटों के खिलाफ रासायनिक हमला हुआ था। इसमें कई दर्जन लोग मारे गए थे। सीरिया की असद सरकार पर इस हमले का आरोप लगा है।