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जानें मिशिगन की सांसद ने कोरोना से लड़कर जिंदा बचने के लिए क्‍यों किया ट्रंप को धन्‍यवाद

मिशिगन की डेमोक्रेटिक सांसद हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा लेने के बाद कोरोना वायरस से बच गई हैं। इसके लिए उन्‍होंने ट्रंप को थैंक्‍स कहा है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Wed, 08 Apr 2020 04:19 PM (IST)Updated: Thu, 09 Apr 2020 07:23 AM (IST)
जानें मिशिगन की सांसद ने कोरोना से लड़कर जिंदा बचने के लिए क्‍यों किया ट्रंप को धन्‍यवाद
जानें मिशिगन की सांसद ने कोरोना से लड़कर जिंदा बचने के लिए क्‍यों किया ट्रंप को धन्‍यवाद

वाशिंगटन। कोरोना वायरस के मरीजों पर हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा के प्रभाव को लेकर अमेरिका में छिड़ी बहस के बीच राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप का वो दावा सही साबित हुआ है जिसमें उन्‍होंने इस दवा के प्रभावशाली होने की बात कही थी। दरअसल इस दवाई का प्रयोग डेमोक्रेटिक पार्टी की मिशिगन राज्य के सीनेटर केरेन वाइटसेट पर गया था। खुद केरेन ने माना है कि कोरोना से पॉजीटिव पाए जाने के बाद उन्‍होंने और उनके पति ने इस दवा को लेना शुरू किया था। इसकी वजह से ही उनकी जान बच सकी। इतना ही नहीं इन दोनों ने ही राष्‍ट्रपति ट्रंप का इस दवा के प्रचार और प्रसार के लिए किए जा रहे उपायों पर उनकी सराहना भी की है। गौरतलब है कि केरेन ने इस वायरस की चपेट से ठीक होने के बाद एक चैनल को इंटरव्‍यू दिया था और ट्रंप को शुक्रिया भी कहा था।

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द हिलडॉटकॉम के मुताबिक विटसेट ने कहा कि कोरोना पॉजीटिव होने के बाद उन्‍होंने एक दिन राष्‍ट्रपति ट्रंप को इस दवा के बारे में कहते सुना था। वो इस दवा के उपयोग को लेकर काफी विश्‍वास से भरे थे इसके बाद केरेन ने अपने डॉक्‍टर से इस दवा के माध्‍यम से ही इलाज करने का निवेदन किया था। उनके मुताबिक इस दवा की वजह से ही वह आज जिंदा हैं।

गौरतलब है कि डोनाल्‍ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में हुई प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों से सांसद केरेन को का परिचय करवाते हुए कहा था कि उन्‍हें एक बार को लग रहा था कि वो इस वायरस से बच नहीं पाएंगी। उन्‍होंने ही बताया था कि वह डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रतिनिधि हैं और बेहद सम्मानित अफ्रीकी-अमेरिकी महिला हैं। ट्रंप ने इस दौरान केरेन के उस इंटरव्‍यू का भी जिक्र किया था जिसमें उन्‍होंने इस जीत की कहानी को बयां किया था। ट्रंप ने कहा कि जिस तरह से उन्‍होंने अपनी बात साझा की वह तरीका बेहद शानदार था।

आपको बता दें कि पिछले दिनों अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप इस महामारी को रोकने में भारत से मदद करने की अपील भी की थी। उन्‍होंने कहा था कि भारत मलेरिया के इलाज में दी जाने वाली दवाई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की आपूर्ति करने का भी आग्रह किया था। हालांकि कुछ समय पहले ही भारत ने इसके निर्यात पर रोक लगा दी थी। लेकिन अमेरिका के आग्रह के बाद इस रोक को हटाकर आपूर्ति की गई। ट्रंप का कहना था कि कोरोना मरीजों पर किए गए इस दवा के शुरुआती नतीजे काफी बेहतर आए हैं।

गौरतलब है कि पूरी दुनिया में इस दवा का सबसे बड़ा निर्माता भारत ही है। आपको ये भी बता कि इस दवा को लेकर अमेरिका में बहस चल रही है। इस बीच अमेरिका ने ये भी साफ कर दिया है कि अभी तक इस दवा के उपयोग की कोरोना वायरस के मरीजों पर इस्‍तेमाल की कोई इजाजत नहीं दी गई है। डाक्‍टरों का भी कहना है कि इसको लेकर परीक्षण किए जाने की जरूरत है।

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