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केंद्र सरकार की कथनी व करनी में कहीं मेल नहीं : ज्योतिप्रिय

संवाद सूत्र, रायगंज : केंद्र सरकार की कथनी व करनी में कहीं मेल नहीं है। यही कारण है कि कई योजनाओं की

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Apr 2017 09:11 PM (IST)Updated: Wed, 26 Apr 2017 09:11 PM (IST)
केंद्र सरकार की कथनी व करनी में कहीं मेल नहीं : ज्योतिप्रिय
केंद्र सरकार की कथनी व करनी में कहीं मेल नहीं : ज्योतिप्रिय

संवाद सूत्र, रायगंज : केंद्र सरकार की कथनी व करनी में कहीं मेल नहीं है। यही कारण है कि कई योजनाओं की राशि लंबित है। उक्त बातें प्रदेश के खाद्य व आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने बुधवार को कर्णजोड़ा, रायगंज स्थित सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहीं। उत्तर दिनाजपुर जिले में धान की खरीद व चावल उत्पादन के संदर्भ में चर्चा करते हुए मंत्री ने संबंधित विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में प्रदेश के पंचयात राज्यमंत्री गुलाम रब्बानी, ईटाहार के विधायक अमल आचार्य, जिला परिषद सभाधिपति आलेमा नूरी, जिला खाद्य विभाग के पदाधिकारी, प्रखंड पदाधिकारी व जिला के सभी पंचायतसमिति के अध्यक्ष उपस्थित थे। बैठक के बाद पत्रकारों ने उन्होंने बताया कि जन वितरण प्रणाली व मध्याह्न भोजन योजना बाबत केंद्र का यहां 1681 करोड़ 70 लाख रुपये बकाये हैं। इसे लेकर अबतक 27 बार पत्र भेजे जा चुके हैं, लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया गया। आम व गरीब वर्ग के सच्चे हिमायती बनने का दावा करने वाली केंद्र सरकार दरअसल जन कल्याण संबंधी कार्य से दूर हैं। उन्होंने जिले में धान संकट व चावल उत्पादन की शिथिलता पर नाराजगी जताई साथ ही हर हाल में लक्ष्य को पूरा करने का निर्देश दिया। इस कार्य के लिए होने वाली समस्या व रख-रखाव, किसान मंडी, मजदूर आदि की वैकल्पिक व्यवस्था करने का सुझाव दिया गया। इसकी देखरेख का दायित्व सभाधिपति आलेमा नूनी, विधायक अमल आचार्य व मंत्री गुलाम रब्बानी क ो दिया गया। रख-रखाव की स्थाई समाधान के लिए जिले में 500 मीट्रिक टन के चार गोदाम निर्माण करने का निर्णय लिया गया है।

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