छात्र संसद को लेकर तृणमूल के दो गुटों में हिंसक झड़प, आगजनी
-हिंसा को काबू करने के लिए पुलिस को करनी पड़ी लाठीचार्ज व छोड़ने पड़े आंसू गैस जागरण संवाददाता, उत्तर
-हिंसा को काबू करने के लिए पुलिस को करनी पड़ी लाठीचार्ज व छोड़ने पड़े आंसू गैस
जागरण संवाददाता, उत्तर दिनाजपुर : कॉलेज में छात्र संसद गठित करने को लेकर गुरुवार को तृणमूल छात्र परिषद के दो गुटों में हिंसक झड़प हो गई, जिसमें कई पुलिस कर्मी समेत आधा दर्जन छात्र घायल हो गये। ज्ञातव्य है कि झड़प इस्लामपुर के विधायक कन्हैया लाल अग्रवाल व पूर्व मंत्री अब्दुल करीम चौधरी की गुट के सदस्यों के बीच हुई। इस घटना को लेकर कॉलेज परिसर व आसपास का क्षेत्र रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। जमकर दोनों गुटों में पत्थरबाजी हुई व लाठी चली। आरोप है कि झड़प के दौरान गोली भी चली। स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस को हल्की लाठी चार्ज करनी पड़ी एवं आंसू गैस छोड़ने पड़े एवं रबर की गोलियां चलानी पड़ी। उत्तर दिनाजपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निकिता फनिंग ने कहा कि स्थिति काबू में है पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक छात्र संसद गठित करने को लेकर जीएस समेत अन्य महत्वपूर्ण पदों को लेकर दोनों गुटों में पहले झगड़ा शुरू हुआ, जो बाद में हिंसक झड़प का रूप ले लिया। रह-रह कर कई बार दोनों गुटों में भिड़ंत होती रही। उग्र छात्रों को काबू करने के लिए पुलिस जब पहुंची तो इन छात्रों ने पुलिस की टीम व रैपिडेक्स फोर्स पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इस घटना को लेकर पूर्व मंत्री अब्दुल करीम चौधरी ने आरोप लगाया कि विधायक कन्हैया लाल अग्रवाल विधान सभा सत्र छोड़कर इस्लामपुर में छात्र संसद गठन को लेकर विवाद करने के लिए ही आए एवं झड़प हुई। दूसरा गुट ने अपहरण करने एवं गठन प्रक्रिया में जाली सदस्य बनाकर हाजिर करने का आरोप लगाया है। एक गुट ने दूसरे पर मारपीट करने व गोली चलाने का आरोप लगाया है। इधर, विधायक कन्हैया लाल अग्रवाल ने पूर्व मंत्री अब्दुल करीम चौधरी के सभी आरोपों को गलत ठहराते हुए कहा कि वह कोलकाता से वह आज ही आए हैं। पूर्व मंत्री यहीं हैं इतना ही नहीं कॉलेज के गवर्निग बॉडी का चेयरमैन भी वही हैं। इस गड़बड़ी के लिए वह ही जिम्मेदार हैं। इस घटना को लेकर कई जगह शहर में आगजनी की घटना भी हुई। इस घटना को लेकर चोपड़ा के विधायक हमीदूर रहमान ने बताया कि इसे लेकर राज्य स्तर पर जाएंगे। जिलाधिकारी आयषा रानी ने बताया कि छात्र संसद गठन प्रक्रिया गुरुवार को रद कर दी गई है। शुक्रवार को प्रशासन व पुलिस प्रशासन एवं कॉलेज प्रशासक को लेकर बैठक के बाद अगली तारीख तय की जाएगी, ताकि शांति पूर्वक छात्र संसद का गठन हो सके। कॉलेज के प्राचार्य गौड़ घोष ने बताया कि हिंसा कैसे भड़की यह समझ में नहीं आई, इस तरह की घटना दुभार्ग्य जनक है।