जिला ग्राम पंचायत स्तर पर कार्ययोजना को फेसिलेटिंग टीम गठित
जागरण संवाददाता, उत्तर दिनाजपुर : उत्तर दिनाजपुर जिला ग्राम पंचायत स्तर पर कौन-कौन से काम होंगे इसकी
जागरण संवाददाता, उत्तर दिनाजपुर : उत्तर दिनाजपुर जिला ग्राम पंचायत स्तर पर कौन-कौन से काम होंगे इसकी योजना बनने को फेसिलेटिंग टीम गठित की गई है। उत्तर दिनाजपुर जिला डेवलॉपमेंट प्लान के अंतर्गत ग्राम पंचायत फेसिलेटिंग टीम गठित हुई। 2016-2017 में पंचायतों में कौन-कौन से काम होंगे यह निर्णय लेने के साथ-साथ सामाजिक व प्राकृतिक मानचित्र बनाने का काम भी यह टीम करेगी। विकास कार्य को सात श्रेणी में बांट कर उसकी सूची बनाई जा रही है। इस सूची में ही पांच उप समितियां बनाकर जिला ग्राम पंचायत व ग्राम विकास विभाग के माध्यम से वेबसाइड अपलोड की जाएगी। इसके बाद ही ग्राम पंचायत स्तर पर 14वां वित्तीय कमीशन की राशि मिलेगी। अबतक इस कोष की राशि जिला परिषद के कोष में आती थी और जिला परिषद उसे पंचायतों में बांट देती थी। आगामी वित्त वर्ष में यह राशि सीधे पंचायत के फंड में चली जाएगी। इसी के साथ इलाके में कौन सा काम होना चाहिए यह बात उस वेबसाइट के माध्यम से सरकारी स्तर से आम जनता तक पता हो जाएगी। जानकारी के मुताबिक जिला ग्राम पंचायत व ग्राम पंचायत विकास विभाग आगामी 23 जनवरी से 31 जनवरी के बीच कार्य योजना व मानचित्र लोड करने का काम पूरा कर लेगा। जिला पंचायत व ग्राम विकास विभाग के अधिकारी राजेंद्रराज सुनदास ने कहा कि पहले ग्राम पंचायत स्तर पर ठीक ढंग से काम नहीं होने की शिकायत मिलती थी। एक ही तरह के कार्य योजना प्रति वर्ष ली जाती थी, लेकिन अब नहीं होगी। ग्राम पंचायत फेसिलेटिंग टीम के माध्यम से योजना को पहले अपलोड करना होगा इसके बाद ही 14वां वित्त वर्ष की राशि मिलेगी। जिला ग्राम पंचायत विभाग के प्रशिक्षण संचालक लिटन दास ने बताया कि किस गांव में किस जगह कौन काम किया जाएगा इसका प्रस्ताव ग्रामीण ही देंगे। वहीं लोग सामाजिक व प्राकृतिक मानचित्र भी बनाएंगे। प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पहले ग्राम विकास के लिए गिने चुने कुछ लोग ही निर्णय लेते थे। अब सभी ग्रामीण मिलजुल कर ही निर्णय लेंगे। कृषि व प्राणी संपदा, शिक्षा, जनस्वास्थ्य, महिला व शिशु विकास, सामाजिक कल्याण, उद्योग व ढांचागत विकास को सात स्तर से विभिन्न कार्यो की योजना पंचायत व ग्राम विकास कार्यालय में आएगी। इसके बाद विभाग उस सात विभाग को पांच उपसमिति में बांटकर निर्धारित प्लान पास के नाम से वेबसाइट पर अपलोड करेगा। इसके साथ ही प्रत्येक संसद के सामाजिक व प्राकृतिक मानचित्र जमा किए जाएंगे। सामाजिक मानचित्र में इलाके की सड़कें, निकास, स्कूल, स्वास्थ्य, बाजार-हाट आदि जगह की पहचान की जाएगी। कोई सड़क, कलवर्ट या इस तरह के कोई भी अधूरा कार्य होगा तो मानचित्र में चिह्नित किया जाएगा। दूसरी तरफ प्राकृतिक मानचित्र में एक फसली जमीन, जलाशय, सामाजिक कार्य की भी पहचान की जाएगी।