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नशीली पदार्थो के धंधे के जरिए आइएसआइ वित्तीय जुगाड़ में जुटा

जागरण संवाददाता, उत्तर दिनाजपुर : नोटबंदी के बाद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ संचालित आतंकी संगठन

By Edited By: Published: Wed, 18 Jan 2017 09:37 PM (IST)Updated: Wed, 18 Jan 2017 09:37 PM (IST)
नशीली पदार्थो के धंधे के जरिए आइएसआइ वित्तीय जुगाड़ में जुटा
नशीली पदार्थो के धंधे के जरिए आइएसआइ वित्तीय जुगाड़ में जुटा

जागरण संवाददाता, उत्तर दिनाजपुर : नोटबंदी के बाद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ संचालित आतंकी संगठन वित्तीय जुगाड़ के लिए नकली नोट के सौदागरों के माध्यम से पुराने नेटवर्क के सहारे अब नशीली पदार्थो के धंधे में युवा पीढ़ी को बर्बाद करने की योजना पर कर रहा है। इस बात की भनक उत्तर दिनाजपुर जिले के दालखोला के एक रेलवे गुमटी के नजदीक से बुधवार को एसएसबी की टीम द्वारा चार नशीली पदार्थ के कारोबारी को तीन सौ ग्राम ब्राउन सुगर के साथ पकड़े जाने के बाद भारतीय खुफिया एजेंसी को लगी। आइएसआइ उत्तर बंगाल में अफीम की खेती करवा कर ब्राउन सुगर जैसी कीमती मादक पदार्थ के जरिए मोटी रकम की उगाई कर अपने एजेंटों को भरन पोषण करने एवं भारत में आतंकी गतिवधि को जिंदा रखने की योजना पर काम कर रही है। इससे पहले भी मालदा जिले के कई इलाकों में अफीम की खेती को पुलिस व आबकारी विभाग की टीम ने जला दिया था। इन सभी तत्वों के सामने आने के बाद भारतीय खुफिया एजेंसी जब सक्रिय हुई तो खुफिया एजेंसी को भी यह शक पुख्ता हो गया कि अफीम की खेती और कीमती मादक पदार्थो की तस्करी के पीछे आइएसआइ एजेंट का हाथ है। हालांकि इस संबंध में भारतीय सुरक्षा एजेंसी या खुफिया एजेंसी ने सार्वजनिक तौर पर कुछ कहने से बच रही है। पूरे मामले पर उत्तर दिनाजपुर के एसपी अमित कुमार राठौर ने कहा कि मादक पदार्थ की तस्करी या अन्य किसी तरह की गतिविधि में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ या कोई आतंकी संगठन का हाथ है या नहीं इसका प्रमाण पुलिस को अभी तक नहीं मिली है।


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