झारखंड के माओवादी दंपती ने किया आत्मसमर्पण
संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : पड़ोसी राज्य झारखंड के बहुचर्चित माओवादी दंपती ने समाज की मुख्यधार
संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : पड़ोसी राज्य झारखंड के बहुचर्चित माओवादी दंपती ने समाज की मुख्यधारा में लौटने की उम्मीद से बुधवार को पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इसके साथ ही विगत तीन माह के दौरान पश्चिम मेदिनीपुर व झाड़ग्राम जिला पुलिस क्षेत्र में आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों की संख्या 68 हो गई है।
बुधवार को दोपहर मेदिनीपुर स्थित एसपी कार्यालय में माओवादी मोरी राम ¨सह सरदार उर्फ दीपांकर उर्फ दीपक ने अपनी पत्नी कविता ¨सह सरदार उर्फ सारथी के साथ आइजी (पश्चिमांचल) राजीव मिश्रा के समक्ष आत्मसमर्पण किया। इस दौरान माओवादी दंपती ने आइजी राजीव मिश्रा को एक पिस्तौल, एक बंदूक व छह कारतूस सौंपे। आत्मसमर्पण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए आइजी (पश्चिमांचल) राजीव मिश्रा ने कहा कि 2007 में हुए पड़ोसी राज्य झारखंड अंतर्गत जमशेदपुर के सांसद सुनील महतो हत्याकांड व 2001 में माकपा नेता सुधीर ¨सह महतो हत्याकांड समेत कुल 13 आपराधिक मामलों में यह दंपती वांछित था। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के झाड़ग्राम अंतर्गत बेलपहाड़ी के मदन महतो ग्रुप के साथ सक्रिय रहे मोरी राम ¨सह सरदार ने झारखंड में ही ज्यादा आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया था। आत्मसमर्पण से पूर्व यह दंपती पश्चिम मेदिनीपुर जिले से सटे झारखंड सीमा में था। इस कार्य में सीआरपीएफ का भी सक्रिय योगदान रहा। इस मौके पर डीआइजी (मेदिनीपुर रेंज) वास्तव वैद्य, एसपी भारती घोष, ईएफआर के कमांडेट अभिषेक गुप्ता व सीआरपीएफ अधिकारी विनोद टोप्पो प्रमुख रूप से उपस्थित थे। पूर्व में आत्मसमर्पण करने वाले माओवादी कमलेश महतो को पुनर्वास पैकेज के तहत प्रदान किए गए ढाई लाख रूपये का प्रमाण पत्र भी आइजी (पश्चिमांचल) राजीव मिश्रा ने प्रदान किया।