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बेटी जन्म देने पर बहू को घर से निकाला, एसपी कार्यालय के सामने धरने पर बैठी महिला

संवाद सूत्र, मालदा : बेटी जन्म देने पर बहू पर दिन ब दिन अत्याचार व आखिरकार घर से निकालने का आरोप पति

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Apr 2017 08:07 PM (IST)Updated: Wed, 26 Apr 2017 08:07 PM (IST)
बेटी जन्म देने पर बहू को घर से निकाला, एसपी कार्यालय के सामने धरने पर बैठी महिला
बेटी जन्म देने पर बहू को घर से निकाला, एसपी कार्यालय के सामने धरने पर बैठी महिला

संवाद सूत्र, मालदा : बेटी जन्म देने पर बहू पर दिन ब दिन अत्याचार व आखिरकार घर से निकालने का आरोप पति व ससुरालवालों के विरुद्ध सामने आई है। आरोप है कि इस घटना को लेकर थाने में शिकायत करने के लिए पहुंचने पर इंग्लिशबाजार महिला थाना की पुलिस ने महिला को भगा दिया। बाध्य होकर यह महिला आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठी। इस महिला का नाम मौसमी बसाक है। मायका मादा के मानिकचक इलाके में है। उन्होंने बताया कि गत तीन वर्ष पहले मालदा शहर के बांगालटूली लेन के निवासी प्रदीप्त बसाक के साथ उसकी शादी हुई। शादी के बाद पहले सबकुछ ठीकठाक चला। डेढ़ वर्ष पहले उसने मालदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कन्या को जन्म दिया। इसके बाद से पति व उसके ससुराल के लोगों ने उसके साथ दु‌र्व्यवहार शुरू कर दिया। अत्याचार सहन नहीं कर पाने से वह मायके चली गई। मंगलवार को मायके से ससुराल पहुंचते ही उसके पति व ससुराल के लोगों ने उसकी पिटाई कर दी एवं घर से निकाल दिया। इसके बाद यह इस घटना को लेकर यह महिला मालदा शहर के इंग्लिशबाजार महिला थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंची। आरोप है कि उसे थाने से भगा दिया गया एवं उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई। इसके बाद यह महिला बुधवार को जिला पुलिस अधीक्षक का दरवाजा खटखटाई एवं पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के सामने धरना शुरू की। इसके बाद पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत दी। पुलिस अधीक्षक के कार्यालय से आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया। महिला थाना के विरुद्ध लगे इस आरोप को लेकर तनाव फैल गया है। इसके पहले भी मालदा महिला थाना के विरुद्ध इस तरह की कई शिकायतें है। महिला का आरोप है कि महिला थाना की पुलिस ने शिकायत दर्ज करना तो दूर बल्कि गाली-गलौज कर बाहर निकाल दिया। जिले के मानवाधिकार कार्यकर्ता व मृत्यंजय दास ने बताया कि यह बहुत ही शर्मनाक घटना है। पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत दी गई है। इसके बाद भी यदि कोई कार्रवाई नही की जाती है तो अदालत का दरवाजा खटखटाया जाएगा। इस घटना को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक अर्णब घोष की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।


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