मालदा के मालतीपुर से लापता दो छात्र पुलिस के हवाले
-अभिभावक की डांट से बचने को इन बच्चों ने बनाई थी कहानी संवाद सूत्र, मालदा : मालदा के मालतीपुर में
-अभिभावक की डांट से बचने को इन बच्चों ने बनाई थी कहानी
संवाद सूत्र, मालदा : मालदा के मालतीपुर में ब्लाकपाड़ा से लापता दो छात्रों को मंगलवार को बिहार के कटिहार स्टेशन से जीआरपी ने उद्धार किया। इसके बाद इन्हें बिहार के बाल कल्याण विभाग को सौंप दिया गया। वहां के शिशु कल्याण विभाग से सूचना मिलने पर इन दो छात्रों को जिला पुलिस लेकर आई। ज्ञातव्य है कि गत 23 अप्रैल को मालतीपुर गांव में ब्लाकपाड़ा इलाके से आम चुनने गए शंकर माझी 13, तनवीर आलम 14 लापता हो गए। इनके साथ इनके दो और मित्र दीपंकर माझी 6 व मोहम्मद समीम 11 भी थे। इनलोगों ने गांव में पहुंचकर बताया कि वे जब आम चुन रहे थे उसी समय उनके पास एक सफेद गाड़ी आकर रुकी। वहां से मुंह ढके हुए कुछ लोग निकले एवं इन चारों का अपहरण करने की कोशिश की। दीपंकर व समीम भाग गए लेकिन बाकी दोनों लोगों का इन बदमाशों ने अपहरण कर लिया। इस घटना की जानकारी मिलने पर तनाव फैल गया। घटनास्थल पर पहुंचने पर पुलिस को विरोध का सामना करना पड़ा। दो लापता छात्रों के परिवार की शिकायत के आधार पर चांचल थाना की पुलसि ने जांच शुरू की। इन दो छात्रों की तस्वीर राज्य एवं पार्श्ववर्ती बिहार, झारखंड के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में भेज दिया गया। जिला पुलिस अधीक्षक अर्णब घोष ने बुधवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि यह पूरी तरह से झूठा व बनी बनाई घटना है। मंगलवार को कटिहार जीआरपी ने घूमते हुए देखा। पूछताछ करने पर सच्चाई सामने आई। दरअसल ये दो छात्र नियमित रूप से स्कूल में पढ़ाई नहीं करते थे। स्कूल प्रबंधन ने इनके अभिभावक को बुलाया, लेकिन यह बात घर में बताने पर डांट व पिटाई होने की डर से ये इन दो बच्चों को लेकर इनलोगों ने एक कहानी बनाई। जिस कहानी के प्लान के मुताबिक ये दो बच्चे आम चुनने के नाम पर भाग जाएंगे, बाकी दो गांव में जाकर कहेगा कि इन दोनों का अपहरण कर लिया गया है। इसके मुताबिक इनलोगों ने आम चुनने के नाम पर फरार हो गए। बाकी लोग गांव पहुंचकर अपहरण की कहानी सुनाई। इधर, दो छात्र घर से भाग कर सीधे सामसी स्टेशन पहुंचे। वहां से कटिहार जाने वाली एक ट्रेन पर बैठे एवं कटिहार स्टेशन पर उतर गए। वहीं मंगलवार को यह विषय कटिहार जीआरपी की नजर में आई। फिलहाल ये दो बच्चे सरकारी होम में है। बाद में इन्हें इनके परिवार को सौंप दिया जाएगा।