मालदा में 24 घंटे में 7 नवजात की मौत
संवाद सूत्र, मालदा : यहां मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बीते 24 घंटे में सात नवजात बच्चों की मौत हो गई। इनकी उम्र एक दिन से एक माह के बीच है। इन नवजात बच्चों को सांस लेने में तकलीफ व कम वजन की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मृत बच्चों के परिजनों की शिकायत है कि सही इलाज नहीं होने के कारण ही इनकी मौत हुई है।
दरअसल, मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नवजात बच्चों की मौत का यह सिलसिला कई सालो से चल रहा है। तीन साल में यहां 600 नवजात बच्चों की मौत हो चुकी है। एक माह पहले भी यहां 24 नवजात बच्चों की मौत हुई थी। हालांकि अस्पताल प्रबंधन इस बात से इनकार कर रहा है कि बच्चों की मौत इलाज में लापरवाही के कारण हुई है। मालदा मेडिकल कॉलेज के उप अधीक्षक ज्योतिष चंद्र दास का कहना है कि इलाज में लापरवाही का आरोप बेबुनियाद है। इन नवजात बच्चों में अधिकतर को बाहर से मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया था। पूरी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेजी गई है। प्रारंभिक रूप से संदेह है कि लीची सिंड्रोम के कारण ही इन नवजात बच्चों की मौत हुई, हालांकि जांच में यह साबित नहीं हुआ है। फिर भी अस्पताल प्रबंधन ने कई कदम उठाए हैं। अस्पताल में सिक न्यू-बॉर्न केयर यूनिट का निर्माण किया गया है। सीसीयू व आइसीयू चाइल्ड विभाग में बेडों की संख्या बढ़ाई गई है। जिला रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन व राज्य के मंत्री कृष्णेन्दु नारायण चौधरी का कहना है पूरे मामले पर राज्य सरकार नजर रखे हुए है।