धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार : ममता
राष्ट्रपति चुनाव के लिए इलेक्टोरल कॉलेज की कुल ताकत 11, 04,546 वोट है। इसमे भाजपा की नेतृत्व वाली एनडीए के पास करीब 5.38 लाख वोट है।
कोलकाता, [ जागरण संवाददाता] । मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने शुक्रवार को जोर देकर कहा कि राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए, जो सभी को स्वीकार्य हो। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा संसद भवन मे बुलाई गई बैठक मे हिस्सा लेने के बाद ममता ने कहा कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर कोई चर्चा नही हुई है। उम्मीद है कि हम जल्द ही उम्मीदवार का नाम घोषित करने मे सक्षम होगे।
इधर, सूत्रों ने बताया कि बैठक मे शामिल सभी विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों ने उम्मीदवार के नाम का चयन करने के लिए समिति गठित करने का फैसला लिया है। 17 सदस्यीय यह समिति आदर्श उम्मीदवार का चयन करेगी।
वही, ममता के राष्ट्रपति पद के लिए धर्मनिरपेक्ष उम्मीदवार पर जोर देने के बाद यह स्पष्ट नही हो सका है कि अगर भाजपा धर्मनिरपेक्ष चेहरा उतारती है तो ममता का रूख क्या होगा।
गत गुरुवार को ही ममता ने प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी से मुलाकात की थी। मुलाकात को लेकर इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि संभवत: दोनो नेताओ ने उम्मीदवार के नाम पर चर्चा की होगी। ममता ने इस दिन मीडिया रिपोर्टो को सिरे से खारिज कर दिया लेकिन अंदरुनी सूत्रो का दावा है कि ममता-मोदी मुलाकात मे उम्मीदवार के नाम पर चर्चा हुई है। वही, बैठक के संदर्भ मे ममता ने कहा कि कश्मीर, सहारनपुर मे हिसा तथा नोटबंदी पर केद्र सरकार की आलोचना को लेकर सभी पार्टियां एकजुट है।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी खेमे से पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार, बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी, एनसीपी के प्रमुख शरद पवार और जद (यू) नेता शरद यादव के नाम प्रस्तावित है। दूसरी तरफ, भाजपा झारखड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को इस पद के लिए पेश कर सकती है। वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के नाम पर भी चर्चा हुई है लेकिन बाबरी मस्जिद मामले मे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भाजपा के पास यह नाम बेहतर विकल्प नही लगते।
मालूम हो कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए इलेक्टोरल कॉलेज की कुल ताकत 11, 04,546 वोट है। इसमे भाजपा की नेतृत्व वाली एनडीए के पास करीब 5.38 लाख वोट है। मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जुलाई मे पद से निवृला होंगे।
यह भी पढ़ें: तब से उसका पिता उसके साथ लगातार दुष्कर्म करता रहा