महानगर में चार जगहों पर लगी आग
-चितरंजन कैंसर अस्पताल के जेनेटिक लैब व चितपुर के केमिकल गोदाम में लगी आग -तपसिया की बहुमंि
-चितरंजन कैंसर अस्पताल के जेनेटिक लैब व चितपुर के केमिकल गोदाम में लगी आग
-तपसिया की बहुमंजिली इमारत व पोस्ता के बंद दुकान में आग लगने से दहशत
------------------------
जागरण संवाददाता, कोलकाता : महानगर में आग का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। राजधानी में व्याप्त आग के कहर के बीच मंगलवार सुबह चार अलग-अलग स्थानों पर आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। पहली घटना राजधानी के चितरंजन कैंसर अस्पताल की है। जहां अस्पताल के जेनेटिक लैब में आग लग गई। आग की खबर से मरीजों में हड़कंप मच गया। आग की सूचना पाकर दमकल विभाग कि दो गाड़िया मौके पर पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद स्थिती को नियंत्रण में किया गया। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। आग लगने की कारणों का पता नहीं चल पाया है। आशंका जताई जा रही है कि लैब में मौजूद इलेक्ट्रानिक उपकरण नष्ट होने की वजह से ही आग लगी है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। इस घटना से अस्पताल को काफी नुकसान हुआ है। जानकारी के अनुसार, हाजरा मोड़ स्थित शहर के महत्वपूर्ण अस्पतालों में से एक चितरंजन कैंसर अस्पताल का परिसर अन्य दिन की तरह मंगलवार सुबह रोगियों की भीड़ से पटा हुआ था। तभी वहां मौजूद लोगों ने अस्पताल के चौथे तल स्थित रिसर्च विंग की जेनेटिक लैब से धुआं निकलते देखा। धुंआ देख मरीजों में हड़कंप मच गया और उन्होंने भागना शुरू कर दिया। वहीं अस्पताल के कर्मचारी भी चौथे तल से भागकर नीचे आ गए। जेनेटिक लैब में काफी संख्या में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मौजूद हैं। कर्मचारियों का अनुमान है कि उपकरण नष्ट होने के कारण ही लैब में आग लगी है। अस्पताल प्रबंधन ने इस घटना कि सूचना तुरंत दमकल विभाग को दी। सूचना पाकर मौके पर दमकल विभाग के दो गाड़िया मौके पर पहुंची। आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। फिलहाल स्थिति सामान्य है। वहीं घटना की खबर पर भवानीपुर थाना की पुलिस भी अस्पताल में पहुंची। आग की घटना के बाद अस्पताल में बिजली सेवाएं बाधित कर दी गई थी। अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आग लगने से मरीजों व वहां मौजूद लोगों के सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। वहीं अग्निकांड के कारण अस्पताल में चल रहे चिकित्सा सेवाएं भी प्रभावित रही। एक घंटे के बाद चिकित्सा सेवा सामान्य रूप से बहाल हो पाई। दमकल विभाग सूत्रों के अनुसार, अस्पताल परिसर में भीड़ होने की वजह से आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। आग की वजह से लैब में मौजूद कुछ उपकरण नष्ट हो गए हैं। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। दूसरी घटना तपसिया की है। यहां की एक बहुमंजिली इमारत में आग लगने से दहशत फैल गई। स्थानीय सूत्रों के हवाले में मिली जानकारी के अनुसार, सबसे पहले यहां स्थित ट्रासफार्मर में आग लगी। इसके बाद आग गंगेज फोर्ट बिल्डिंग में फैल गई। घटना की सूचना के बाद दमकल विभाग की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची तथा युद्ध स्तर पर जारी कार्य के बाद आग पर काबू पाया। मालूम हो कि इस इमारत में कई कंपनियों के कार्यालय हैं तथा एक कार शोरूम भी हैं। इस घटना से आतंकित ऑफिस के कर्मचारी रोड इमारत से बाहर निकलकर सड़क पर जमा हो गए। दमकल विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उक्त इमारत में अग्निशमन यंत्र होने की वजह से आग बुझाने में काफी सहायता मिली। फिलहाल स्थिती सामान्य है।
तीसरी घटना, बड़ाबाजार के पोस्ता इलाके की है। पोस्ता के नलिनी सेठ रोड स्थित एक बंद दुकान से अचानक धुआं निकलने से स्थानीय लोगों में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने इस घटना की सूचना दमकल विभाग को दी। सूचना पाकर मौके पर दमकल विभाग की तीन गाड़िया पहुंची तथा आग को नियंत्रित किया। घनी आबादी वाला क्षेत्र होने की वजह से दमकल कर्मियों का आग को नियंत्रित करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। फिलहाल स्थिती सामान्य है। आशंका जताई जा रही है कि शार्ट सर्किट की वजह से ही आग लगी है। दमकल विभाग की ओर से कोई जानकारी नहीं मिली है। मामले की जांच की जा रही है।
चौथी घटना चितपुर की है। जहां एक केमिकल गोदाम में भयावह आग लगने से हड़कंप मच गया। घटना की सूचना पाकर दमकल विभाग की चार गाड़ियों ने एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है। आशंका जताई जा रही है कि शार्ट सर्किट की वजह से ही यह घटना घटी है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही पार्क स्ट्रीट स्थित शहर की सबसे ऊंची इमारत द 42 के आठवें व नौवें तल पर आग लग गई थी। जहां मौके पर दमकल विभाग की तीन गाड़ियों ने आग पर काबू पाया था। महानगर में लगातार आग की घटना से लोग काफी आतंकित है।