सामने आनी चाहिए पीएनबी धोखाधड़ी की संपूर्ण सच्चाई : ममता
- कहा- प्रकरण में अन्य कई बैंक हैं शामिल -नोटबंदी के समय बैंक अधिकारियों के तबादले पर उठा
By Edited By: Published: Mon, 19 Feb 2018 03:01 AM (IST)Updated: Mon, 19 Feb 2018 08:31 AM (IST)
- कहा- प्रकरण में अन्य कई बैंक हैं शामिल -नोटबंदी के समय बैंक अधिकारियों के तबादले पर उठाया सवाल जागरण संवाददाता, कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना हमला बोला है। ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी को नोटबंदी के दौरान बढ़ावा मिला। उन्होंने मामले की पूरी जांच की माग की और कहा है कि पूरी सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए। रविवार को किए ट्वीट में सुश्री बनर्जी ने लिखा है कि नोटबंदी के दौरान बड़े पैमाने पर पैसों की हेराफेरी की गई। इस प्रकरण में अन्य कई बैंक शामिल हैं। संपूर्ण सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए। यहां बता दें कि भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार ने 8 नवंबर, 2016 को काले धन के संचलन को रोकने के लिए 500 रुपये और 1,000 रुपये के पुराने नोट को अमान्य कर दिया था। सुश्री बनर्जी के मुताबिक नोटबंदी के दौरान कुछ बैंकों में प्रमुख अधिकारियों का तबादला किया गया। उन्होंने कहा कि उस दौरान किए गए तबादले की भी पूरी जांच होनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में हजारों करोड़ रुपये की जालसाजी के मुख्य आरोपी नीरव मोदी को लेकर भाजपा व कांग्रेस में जुबानी जंग तेज है। दोनों पक्ष की ओर से एक दूसरे पर आरोप लगाने का सिलसिला जारी है। वहीं नोटबंदी से लेकर जीएसटी तक के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इसमें चुकना नहीं चाहती। बंगाल में पैठ बढ़ा रही भाजपा को मुख्यमंत्री लगातार निशाना बना रही हैं। .............. नीरव मोदी नमूना और भी कई हैं शामिल : डेरेक कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने पीएनबी प्रकरण में केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। रविवार को दिए बयान में डेरेक ने कहा कि पीएनबी प्रकरण में नीरव मोदी तो छोटा नमूना है इसमें अन्य कई बड़े नाम भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े धोखेबाजी में कई लोग शामिल हैं और इसे पहले से ही सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गाय है। नोटबंदी के समय पैसों की हेराफेरी हुई। बैंक अधिकारियों को क्यों बदला गया। इस प्रकरण में और भी कई बैंक शामिल है पूरी सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए।
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