Move to Jagran APP

डेगू पर केंद्र की रिपोर्ट से हाईकोर्ट में राज्य असहज

गुरुवार को हाईकोर्ट मे डेगू की स्थिति को लेकर किए गए कई सवालो का जवाब महाधिवक्ता नही दे पाए थे।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 18 Nov 2017 12:31 PM (IST)Updated: Sat, 18 Nov 2017 12:31 PM (IST)
डेगू पर केंद्र की रिपोर्ट से हाईकोर्ट में राज्य असहज
डेगू पर केंद्र की रिपोर्ट से हाईकोर्ट में राज्य असहज

कोलकाता, [राज्य ब्यूरो]। केaद्र सरकार के खुलासे हाईकोर्ट में बंगाल सरकार को असहज कर सकती है। शुक्रवार को केंद्र ने खुलासा किया है कि इस साल सितबर तक राज्य को डेंगू से निपट के लिए 252.80 लाख रुपये में दिए गए थे जिसमे से राज्य महज 5.07 लाख रुपये ही खर्च किए है। इसके अलावा भी केंद्र ने डेढ़ करोड़ रुपये और दिए है।

loksabha election banner

वेक्टर बीमारी को नियंत्रित करने के लिए केंद्र ने कुल 150 लाख रुपये दिए है और राज्य ने महज 1 लाख 26 हजार रुपये खर्च किए है। डेंगू को लेकर लोगो में जागरूकता फैलाने को 25 लाख रुपये दिए गए थे। राज्य ने इसमें  से एक भी रुपये खर्च नही किए। यही नही डेंगू रोकथाम के लिए दिए 10.97 करोड़ रुपये भी खर्च नही किए है। उच्च न्यायालय में केंद्र सरकार की सनसनीखेज रिपोर्ट पेश करते हुए।

डेंगू को लेकर कलकलाा हाईकोर्ट में चल रहे मामले के दौरान शुक्रवार को केद्र सरकार की ओर से एक रिपोर्ट सौपी गई। जिसमें अदालत को बताया गया है कि 30 सितबर तक केंद्र ने राज्य को 1944.68 लाख रुपये दिए है। केंद्र सरकार ने वेक्टर से होने वाली बीमारियो से लड़ने के लिए फंड आवंटित किया है। केद्र सरकार की ओर से हाईकोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि सिर्फ डेगू नियत्रण के लिए 252.80 लाख रुपये दिए गए है। इसमे से राज्य ने केवल 5.07 लाख रुपये खर्च किए है। डेगू नियत्रण के अलावा पर्यावरण जागरूकता के लिए 1.5 करोड़ रुपये दिए गए है। अब तक, राज्य ने 1.26 लाख रुपये ही खर्च किए है। डेगू कट्रोल सेटर मे प्रशिक्षण के लिए 25 लाख रुपये दिए है, लेकिन राज्य ने एक भी रुपये खर्च नही किए। केद्रीय स्वास्थ्य मत्रालय ने कलकलाा हाईकोर्ट को यह जानकारी दी है।

दूसरी तरफ केद्र की रिपोर्ट राज्य ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। राज्य के महाधिवक्ता ने अदालत को बताया कि केद्र ने केवल 9 करोड़ रुपये ही दिए है जबकि राज्य ने 55 करोड़ रुपये खर्च किए है।

गुरुवार को हाईकोर्ट मे डेगू की स्थिति को लेकर किए गए कई सवालो का जवाब महाधिवक्ता नही दे पाए थे। अदालत ने पूछा था कि राज्य मे बुखार से पीडि़त कितने लोग अस्पताल से भर्ती है? इनमे से कितने डेगू से पीडि़त हैं? क्या डेगू परीक्षण के लिए आरडीटी या राप्टिड डायग्नोस्टिक टेस्ट पर क्या राज्य ने प्रतिबध लगा दिया है? औचक निरीक्षण किया जा रहा है? महाधिवक्ता इनमे से कई कई सवालो का जवाब नही दे पाए थे। शुक्रवार तक राज्य मे सरकार के मुताबिक डेगू से 42 लोगो की मौत हुई है। इनमे से 27 की मौत सरकारी अस्पताल मे होने की बात कही गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.