उत्तर बंगाल में बाढ़ से खाद्य संकट गहराया, तीन जिलों में 45 लाख लोग प्रभावित, 152 की मौत
इन जिलों के 45 लाख लोग प्रभावित हुए और 152 लोगों की मौत हो गई। बाढ़ से करीब 14 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
सिलीगुड़ी, [ जागरण संवाददाता] । उत्तर बंगाल में बाढ़ के हालात में थोड़ा बहुत सुधार हुआ है।फिर भी अनेक गांव अभी भी जलमग्न है। मालदा, अलीपुरद्वार, उत्तर दिनाजपुर समेत कई जिलों में नदियों का जलस्तर घटा है।
इधर लोगों के खाने पीने पर मुसीबत आ गई है। लोग जहां तहां आश्रय लिए हुए हैं। बाढ़ के कारण ट्रेन सेवाओं पर भी व्यापक असर पड़ा है।आज उत्तर बंगाल से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लौट आएंगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बाढ़ का मुआयना करने के लिए कल उत्तर बंगाल गई थी।
बाढ़ से 14 हजार करोड़ रुपये का हुआ नुकसान
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर बंगाल में बाढ़ आने का ठीकरा बिहार पर फोड़ा। उन्होंने साफ कहा कि बिहार में बांध तोड़े जाने से उत्तर बंगाल के मालदा, उत्तर व दक्षिण दिनाजपुर जिले बाढ़ग्रस्त हो गए। इन जिलों के 45 लाख लोग प्रभावित हुए और 152 लोगों की मौत हो गई। बाढ़ से करीब 14 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
मुख्यमंत्री सोमवार को मालदा जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद बात कर रहीं थीं।। उन्होंने सोमवार को मालदा के गाजोल, पुराना मालदा, नलटूबी के अलावा उत्तर व दक्षिण दिनाजपुर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने उत्तर दिनाजपुर के इटाहार क्षेत्र का पैदल भ्रमण करते हुए शिविरार्थियों से भी भेंट कर उनका हाल जाना। बाढ़ पीडि़तों को सांत्वना देते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें क्षतिपूर्ति दी जाएगी।
प्रशासनिक बैठक की।
गौड़ भवन में मुख्यमंत्री ने तीनों जिलों के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने दक्षिण बंगाल के बाद उत्तर बंगाल में आई बाढ़ को लेकर केंद्र सरकार पर भी ठीकरा फोड़ा। कहा कि दुर्गापुर के डीवीसी (दामोदर वैली कारपोरेशन) ने बिना राज्य सरकार को जानकारी दिए बिना पानी छोड़ा, जिससे वर्द्धवान, बाकुंड़ा, वीरभूम इलाके बाढ़ से प्रभावित हुए। ठीक उसी प्रकार बिहार में बांध तोड़े जाने के फलस्वरूप इन तीन जिलों में बाढ़ की स्थिति पैदा हुई। बाढ़ के लिए बिहार व असम को तो राहत पैकेज दिया गया, लेकिन प. बंगाल को कुछ नहीं।
मुख्यमंत्री ने राजमार्ग-34 के ऊपर से पानी बहते भी देखा। वहीं मुख्यमंत्री के भ्रमण के दौरान मालदा के चांचल में बाढ़ पीडि़तों ने राजमार्ग-81 जाम कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले में पर्याप्त राहत सामग्री मौजूद है और प्रशासन उसे पीडि़तों तक शीघ्र पहुंचाए। इसमें किसी प्रकार की गुटबाजी व भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।