पुलिस के दबाव के बाद प्रमोटर ने लौटाए श्रमिक नेता को रुपये
जागरण संवाददाता, कोलकाता : प्रशासनिक दबाव के बाद आखिरकार प्रमोटर ने परिवहन श्रमिक नेता को उनके रुपये
जागरण संवाददाता, कोलकाता : प्रशासनिक दबाव के बाद आखिरकार प्रमोटर ने परिवहन श्रमिक नेता को उनके रुपये लौटाए। आरोप था कि पूजा कंस्ट्रक्शन के मालिक प्रदीप सांपुई ने नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स के राष्ट्रीय सचिव तथा वेस्ट बंगाल टैक्सी आपरेटर्स को-अर्डिनेशन कमेटी (एटक) के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव से 20,05700 रुपये लिए थे। उसने फ्लैट देने के नाम पर यह रकम ली थी, लेकिन काफी दिनों बाद भी उसने फ्लैट नहीं दिए। इसके बाद रुपये नहीं मिलने पर श्रमिक नेता ने बेलियाघाटा थाने में उक्त प्रमोटर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि पुलिस में शिकायत दर्ज होने के बाद से प्रमोटर की ओर से श्रीवास्तव को धमकिया मिल रही थी। इस मामले में उक्त दोनों यूनियनों ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर से हस्तक्षेप करने की मांग की थी। इस बारे में पुलिस उपायुक्त से भी शिकायत की गई थी। साथ ही कार्रवाई नहीं होने पर यूनियनों की ओर से आंदोलन की धमकी दी गई थी। प्रमोटर ने कई बार अदालत से अग्रिम जमानत की अर्जी की थी, लेकिन उन्हें खारिज कर दिया गया था। इस मामले में स्थानीय पार्षद द्वारा भी प्रमोटर दबाव बनाया गया था। अंतत: प्रमोटर ने श्रमिक नेता को उनकी रकम लौटाई। रुपये मिलने के बाद परिवहन श्रमिक नेता नवल किशोर श्रीवास्तव ने प्रशासन एवं सहयोगियों को धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रशासन एवं सत्तारूढ़ दल के लोगों से काफी मदद मिली।