हावड़ा मे समय से उपचार नही मिलने पर वृद्ध यात्री की मौत
प्रतिदिन लाखो यात्रियो के आवागमन वाले स्टेशन मे डाक्टर की व्यवस्था क्यो नही है। हालांकि फर्स्ट एड के नाम पर एक काउंटर जरूर खोल कर रखा गया है।
हावड़ा, [जागरण संवाददाता]। हावड़ा रेलवे स्टेशन मे ट्रेन पकड़ने पहुंचे वृद्ध की भीषण गर्मी के चलते तबीयत बिगड़ गई। आरपीएफ की सूचना के बावजूद कैब रोड पर खड़ी एंबुलेस को चंद फासले तय करने मे करीब 22 मिनट लग गए। समय से उपचार नही मिलने पर वृद्ध की मौत हो गई।
सूत्रो के अनुसार सोमवार दोहपर 12345 अप हावड़ा-गुवाहाटी सरायघाट एक्सप्रेस पकड़ने के लिए कोलकाता के ढाकुरिया निवासी अमियो पात्र (78) अपनी पत्नी ऊषा रानी पात्र के साथ हावड़ा स्टेशन पहुंचे थे। प्लेटफार्म 9 पर पिलर संख्या 18 के पास पहुंचते ही भीषण गर्मी के चलते वृद्ध यात्री की अचानक तबीयत बिगड़ गई और वह जमीन पर गिर पड़े।
प्लेटफार्म पर गश्त कर रहे आरपीएफ की एडीएस टीम ने तत्काल वृद्ध को उठाकर पंखे के नीचे बैठाया। करीब 3.29 बजे डिप्टी एसएस (कमर्शियल) को इसकी सूचना देकर एंबुलेस भेजने का अनुरोध किया। लेकिन प्रक्रियाओ के बीच उलझे एंबुलेस चालक को स्टेशन परिसर मे कैब रोड के मुंह से घटनास्थल तक का फासला तय करने करीब 22 मिनट लग गए।
करीब 3.52 मिनट पर बिना डाक्टर के पहुंची एंबुलेस से वृद्ध यात्री को हावड़ा जिला अस्पताल भेजा गया, जहां डाक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना ने यात्री सुविधाओ पर सवाल खड़े कर दिए है।
रेलवे ने ठेके पर एंबुलेस को ले रखा है। ताकि किसी यात्री के साथ कोई हादसा होता है तो उसे अस्पताल पहुंचाया जा सके। सवाल यह उठता है कि प्रतिदिन लाखो यात्रियो के आवागमन वाले स्टेशन मे डाक्टर की व्यवस्था क्यो नही है। हालांकि फर्स्ट एड के नाम पर एक काउंटर जरूर खोल कर रखा गया है।