नहीं माना पंचों का आदेश तो ग्रामीणों ने लगा दी घरों में आग
------------ संवाद सूत्र, बैरकपुर : मछली व्यापार के झगड़े में पंचायत की नाफरमानी से नाराज गांव वालो
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संवाद सूत्र, बैरकपुर : मछली व्यापार के झगड़े में पंचायत की नाफरमानी से नाराज गांव वालों ने आरोपित के घरों व कारखाने को आग के हवाले कर दिया। घटना अशोकनगर इलाके की है। रविवार की सुबह कामारपुर गाव के लोगों ने उसमान नाम के एक व्यक्ति व उसके भाइयों के टाली, बेढ़ा व टीन से बने सात घरों, तीन कारखानों, पाट की ढेर और एक मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया। घटना की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अशोकनगर और आमडागा थाने के जवानों से जब परिस्थिति नहीं संभली तो भारी संख्या में रैफ की तैनाती करनी पड़ी। ऐहतियातन कामारपुर गाव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। घटना के बारे में बताया गया है कि कामारपुर निवासी मंतोजुल गाजी और उसमान मंडल साझेदारी पर मछली का व्यवसाय करते थे। उसमान ने एक तालाब लीज पर लिया था। उसके आधे हिस्से को मच्छरदानी की नेट से घेर कर मंतोजुल मछली पाल रहा था। किसी कारण में जाल फट गई और ढेरों मछलिया उसमान के हिस्से वाली तालाब में चली गई। मंतोजुल अपने इन मछलियों को वापस लेना चाहता था लेकिन उसमान देने से साफ मुकर गया। इस मुद्दे पर दोनों में हो रहे विावद में गाववालों ने हस्क्षेप किया। शनिवार दोनों पक्षों को लेकर गाव में बैठक हुई। इसमें यह तय हुआ कि मंतोजुल तालाब के मालिक उसमान को पाच हजार रुपये देगा। बदले में तालाब की सारी मछलियों को वह पकड़ेगा। इस निर्णय के अनुसार मंतोजुल रविवार जाल लेकर उस तालाब में मछली पकड़ने पहुंचा। आरोप है कि उस समय उसमान मंडल अपने चार भाई ममीन मंडल, नजू मंडल, सोलेमान मंडल और पिंटू मंडल को साथ लेकर हंसुए से मंतोजुल पर हमला कर दिया। शोर सुन कर ग्रामीणों को आता देख उसमान सहित पाचों भाई भाग निकले। जख्मी मंतोजुल गाजी को ग्रामीण अशोकनगर स्टेट जनरल अस्पताल ले गये जहां से उसे बारासात अस्पताल भेज दिया गया है। इधर आक्रोशित गाववालों ने उसमान और उसके भाईयों के घर व कारखाने में आग लगा दी जिसमें लाखों के सामान खाक हो गए हैं। दमकल की दो गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। मंतोजुल मछली पालन के साथ-साथ एम्बुलेंस भी चलाता है।