निगम के बजट अधिवेशन में तृणमूल की तानाशाही
जागरण संवाददाता, हावड़ा : हावड़ा नगर निगम के बजट अधिवेशन में जमकर हंगामा हुआ। इसमें सत्तारूढ़ दल के मे
जागरण संवाददाता, हावड़ा : हावड़ा नगर निगम के बजट अधिवेशन में जमकर हंगामा हुआ। इसमें सत्तारूढ़ दल के मेयर परिषद सदस्यों एवं पार्षदों की तानाशाही देखी गई। इस बार भी पिछले साल की घटना की पुनरावृत्ति हुई। विपक्षी दल माकपा के पार्षद अशरफ जावेद को बोलने नहीं दिया गया। उन्हें मेयर और चेयरमैन के सामने ही मारा-पीटा गया। इसमें वह गिर पड़े थे। उन्हें अधिवेशन से धक्का देकर बाहर निकाल दिया गया। इसके लिए माकपा पार्षद ने सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के पार्षदों पर आरोप लगाया है। उन्होंने तृणमूल पार्षदों के खिलाफ हावड़ा थाने में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई है।
उन्होंने कहा कि तृणमूल पार्षदों ने उनके साथ सिर्फ धक्कामुक्की ही नहीं की बल्कि उन्हें भरी सभा में थप्पड़ भी मारा। माकपा पार्षद ने जैसे ही बजट पर बोलना शुरू किया उसी समय तृणमूल के कई मेयर परिषद सदस्यों एवं पार्षदों ने उनके करीब जाकर शोर मचाना शुरू कर दिया। इसी दौरान उन्होंने उनके साथ मारपीट की। आरोप है कि पिछले वर्ष भी बजट चर्चा में इस माकपा पार्षद को मारपीट कर अधिवेशन से बाहर निकाल दिया गया था। जावेद ने कहा कि बजट में सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें की गई हैं जबकि वास्तव में नागरिकों के लिए कुछ नहीं किया गया है। अल्पसंख्यक समुदाय की उपेक्षा की गई है। स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं। पेयजल समस्या दूर करने की जो बातें की गई हैं, सिर्फ दिखावा है। चार साल से पेयजल की समस्या दूर करने की बात की जा रही है लेकिन सच्चाई यह है कि आज भी कई इलाकों में जल संकट है। जावेद के अनुसार अधिवेशन में इसका खुलासा किए जाने के बाद ही तृणमूल पार्षदों ने उनके साथ मारपीट की।
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-नाटक कर रहे माकपा पार्षद : चेयरमैन
हावड़ा नगर निगम के चेयरमैन अरविंद गुहा ने माकपा पार्षद के साथ हुई घटना को नाटक बताया है। उन्होंने कहा कि माकपा पार्षद के पास कोई काम नहीं है। वह अपनी पार्टी को अपनी सक्रियता दिखाने के लिए खुद गिर पड़े। गुहा ने कहा कि पूर्व बोर्ड ने शहर को नरक बनाया दिया था। वर्तमान बोर्ड के विकास कार्य माकपा को अच्छे नहीं लग रहे हैं। इसलिए उनके पार्षद नाटक कर अपनी विफलताओं पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं। गुहा ने बताया कि बहुमत से बजट पास हो गया। 24 मार्च को बजट पेश किया गया था।
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-भाजपा पार्षदों ने किया बजट चर्चा का बहिष्कार
निगम में सत्तासीन तृणमूल कांग्रेस पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए भाजपा ने बजट चर्चा का बहिष्कार किया। 17 नंबर वार्ड की भाजपा पार्षद एवं जिला भाजपा नेत्री अनीता सिंह तथा 13 नंबर वार्ड की भाजपा पार्षद गीता राय ने 24 मार्च को ही इसकी घोषणा की थी। बजट चर्चा में दोनों भाजपा पार्षद अनुपस्थित रहीं। उन्होंने कहा कि विरोधी पार्षदों को चर्चा में बोलने नहीं दिया जाता है। इसलिए उनकी उपस्थिति का कोई मतलब नहीं था। पिछली बार बजट चर्चा में जब भाजपा पार्षद अनीता सिंह बोलने खड़ी हुई तो उन्हें बोलने नहीं दिया गया। यह सब कुछ निगम के चेयरमैन और मेयर के सामने हुआ था।