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अस्थाई कर्मचारियों का पुनर्मूल्यांकन करेगा निगम

जागरण संवाददाता, कोलकाता : हावड़ा नगर निगम ने जरुरत के लिए ही अस्थाई कर्मचारियों को नियुक्त किया था।

By Edited By: Published: Wed, 07 Dec 2016 01:04 AM (IST)Updated: Wed, 07 Dec 2016 01:04 AM (IST)
अस्थाई कर्मचारियों का पुनर्मूल्यांकन करेगा निगम

जागरण संवाददाता, कोलकाता : हावड़ा नगर निगम ने जरुरत के लिए ही अस्थाई कर्मचारियों को नियुक्त किया था। अब उन कर्मचारियों को ही परीक्षा देनी होगी। योग्यता के अनुसार उनकी पदोन्नति होगी। अगर इसमें कोई अनुतीर्ण होता है तो उसे अपनी योग्यता प्रमाणित करने का भी मौका दिया जाएगा। पर इस परीक्षा को लेकर कर्मचारियों में संदेह है कि इसके बाद किसी की नौकरी को तो कोई खतरा नहीं है। हालांकि मेयर का कहना है कि इसमें किसी की नौकरी को कोई खतरा नहीं है। मिली जानकारी के अनुसार तृणमूल बोर्ड ने वर्ष 2012 में हावड़ा नगर निगम में सत्ता स्थापित किया था। उस वक्त सरकार अनुमोदित पद की संख्या 52 सौ थी उस पर कर्मचारियों की संख्या 24 सौ थी। इतने सारे पद खाली कहने की वजह से विकास मूलक कार्यो में बाधा स्थापित हो रही थी। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए उस वक्त योग्यता देखे बगैर विभिन्न पदों पर अस्थाई कर्मचारियों को नियुक्त किया गया था। इस नियुक्ति के बाद से काम को गति प्रदान हुई है। अब निगम इन कर्मचारियों की योग्यता प्रमाणित करना चाहती है। वर्तमान में हावड़ा नगर निगम में कर्मचारियों की संख्या लगभग 8 हजार है। मेयर रथीन चक्रवर्ती ने कहा कि उस वक्त योग्यता देखे बिना ही अस्थाई कर्मचारियों को नियुक्त किया गया था। इसलिए निगम ने अस्थाई कर्मचारियों के पुनर्मूल्यांकन का फैसला लिया है। योग्यता के अनुसार काम की जिम्मेवारी सौंपी जाएगी।


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