तृणमूल के दो गुटों में भिड़ंत, पुलिस पर भी हमला
जागरण संवाददाता, कोलकाता : तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी की सख्त हिदायत के बावजूद पार्टी में व्याप्त ग
जागरण संवाददाता, कोलकाता : तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी की सख्त हिदायत के बावजूद पार्टी में व्याप्त गुटबाजी कम होने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को मालदा जिले के गौर बंग विश्वविद्यालय में तृणमूल छात्र संगठन टीएमसीपी के दो गुटों में जमकर मारपीट हुई थी, जिसमें 12 लोग घायल हुए थे। इस घटना के दूसरे दिन ही दक्षिण 24 परगना जिले के बासंती में तृणमूल के दो गुट आपस में भिड़ गये। दोनों ओर से एक दूसरे पर जमकर बमबाजी की गई। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस पर भी हमला कर दिया। इस दौरान गोलियां भी चलाई गई। बाद में बड़ी संख्या में पुलिस पहुंची और स्थिति को काबू में लिया।
जानकारी के मुताबिक बासंती के काठालबेरिया ग्राम में स्थानीय तृणमूल नेता अमानुल्ला और ब्लॉक तृणमूल के संयोजक अब्दुल मन्नान गिरोह के सदस्य सोमवार की रात आपस में भिड़ गये। मार में किसी तरह मामला शांत हुई। पर मंगलवार की सुबह एक बार फिर दोनों गुट के समर्थकों के बीच मारपीट शुरू हो गई। दोनों ओर से की गई बमबाजी से काठानबेरिया गांव थर्रा उठा। इसकी सूचना पाकर जब बासंती थाने की पुलिस मौके पर पहुंची, तो कथित तौर पर उन पर भी कुछ लोगों ने हमला कर दिया। पुलिस को डराने के लिए गोलियां भी चलाई गई। तब पुलिस के जवान वहां से भाग गये। बाद में बड़ी संख्या में पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे। हंगामा कर लोगों पर लाठीचार्ज कर मामले को शांत कराया। तनाव की स्थिति को ध्यान में रखते हुए गांव में पुलिस पिकेट तैनात किया गया है। इस बाबत पूछे जाने पुलिस ने घटना की पुष्टि की, लेकिन पुलिस कर्मियों पर गोलियां चलाने की घटना से इन्कार कर दिया। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है। हालांकि इस मामले में किसी की गिरफ्तारी की कोई सूचना नहीं है। स्थानीय लोगों ने बताया कि स्थानीय तृणमूल नेता भोला नाथ नस्कर को लेकर ही इलाके में बवाल हुआ। इससे पहले भोला को पद से हटाने पर मारपीट व बमबाजी हुई थी।