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कक्षाओं में अनुपस्थित रहकर यूनियनबाजी न करें शिक्षक : शिक्षा मंत्री

जागरण संवाददाता, कोलकाता : शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी ने शनिवार शिक्षकों को हिदायत दी कि वे निर्धार

By Edited By: Published: Sat, 23 Jul 2016 11:15 PM (IST)Updated: Sat, 23 Jul 2016 11:15 PM (IST)
कक्षाओं में अनुपस्थित रहकर यूनियनबाजी न करें शिक्षक : शिक्षा मंत्री

जागरण संवाददाता, कोलकाता :

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शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी ने शनिवार शिक्षकों को हिदायत दी कि वे निर्धारित समय पर कक्षाएं लेने के बाद ही संगठन के कार्यक्रमों में हिस्सा लें। काम के वक्त शिक्षकों का यूनियन के कार्यक्रमों में हिस्सा लेना बर्दास्त नहीं किया जाएगा। मंत्री ने इस दिन महाजाति सदन में पश्चिम बंग तृणमूल माध्यमिक शिक्षा समिति के कार्यक्रम में ये बातें कहीं।

उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता से सरकार कोई समझौता नहीं करेगी। शिक्षक यूनियन कर सकते हैं लेकिन इससे स्कूल-कालेजों में पठन-पाठन प्रभावित नहीं होना चाहिए। कक्षाओं में अनुपस्थित रहकर यूनियन नहीं करें। उन्होंने तृणमूल के समस्त शिक्षक संगठनों को एक साथ लाने की भी बात कही। साथ ही उन्होंने कहा कि स्कूलों में लागू हुए नए पाठ्यक्रम से क्या फायदे हैं एवं इसमें क्या कमियां हैं, कहां सुधार होना चाहिए, इस पर शिक्षक राज्य शिक्षा विभाग को अपना विचार दें। उनकी राय पर सरकार गौर करेगी। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय बोर्ड के साथ तालमेल बैठाने के उद्देश्य से राज्य की स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव किये गये हैं।

-जल्द दूर होगी शिक्षकों की कमी

राज्य के शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी ने शनिवार कहा कि राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी जल्द दूर होगी। इसके लिए सरकार प्रयासरत है। शिक्षक व विद्यार्थियों के अनुपात में संतुलन लाने के लिए सरकार काम कर रही है। जिन स्कूलों में अतिरिक्त शिक्षक हैं उनका तबादला उन स्कूलों में किया जाएगा जहां शिक्षकों की कमी है। नियमानुसार सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के शिक्षकों का तबादला आपस में नहीं हो सकता। इस नियम में जरूरी बदलाव करने पर भी विचार किया जा रहा है। साथ ही जिला स्तर पर शिक्षकों व छात्रों के अनुपात से जुड़ा डेटा बैंक बनाने की भी बात कही।


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