बंद छह चाय बगानों को नीलाम करेगी ममता सरकार
जागरण संवाददाता, अलीपुरदुआर : राज्य सरकार उत्तर बंगाल के बंद छह चाय बगानों की नीलामी की तैयारी कर रह
जागरण संवाददाता, अलीपुरदुआर : राज्य सरकार उत्तर बंगाल के बंद छह चाय बगानों की नीलामी की तैयारी कर रही है। मंगलवार को अलीपुरदुआर के सुभाषिणी खेल मैदान में पौने दो घंटे तक चली प्रशासनिक बैठक के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उत्तर बंगाल के छह चाय बगान पिछले कुछ समय से बंद हैं। चाय बगान श्रमिकों के हित में राज्य सरकार उनका अधिग्रहण करेगी और उसके बाद उनकी नीलामी की जाएगी। ममता ने केंद्र से सात चाय बगानों के श्रमिकों की मजदूरी का भुगतान करने का अनुरोध किया, जिन्हें केंद्र सरकार ने अधिग्रहित किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि डंकंस से बातचीत कर कई बंद चाय बगानों को चालू कराया गया है। राज्य सरकार की ओर से चाय बगानों को सभी सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि बंद व रुग्ण चाय बगानों के मजदूरों को चावल दिए जा रहे हैं। बिजली की आपूर्ति की गई है एवं स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मानव व वन्य प्राणियों के बीच संघर्ष की घटनाएं बढ़ रही है। इसे लेकर भी बैठक में चर्चा हुई है। वन कर्मियों की संख्या कम है इसलिए जंगल के पार्श्ववर्ती इलाके के युवकों की नियुक्ति की जाएगी।
तराई-डुवार्स टूरिस्ट प्वाइंट है। यहां एवं नेपाल की सीमा पर शांति कायम रखने पर ंिवशेष ध्यान दिया जाएगा। बैठक में कई योजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई। महिला व बच्चों के लिए हब बनेगा। अनेक कार्य किए जा रहे हैं। नये जिलों का काम शुरू किया जा चुका है। स्थानीय स्तर पर युवक-युवतियों को महत्व दिया जा रहा है। अलीपुरदुआर प्रशासनिक भवन का काम चल रहा है। अलीपुरदुआर में 100 दिनों के रोजगार का काम बेहतर तरीके से चल रहा है। बैठक में राज्य के मुख्य सचिव बासुदेव बनर्जी, राज्य पुलिस के डीजी सुरजीत कर पुरकायस्थ, राज्य के आदिवासी कल्याण मंत्री जेम्स कुजूर, पर्यटन मंत्री गौतम देव, खाद्य मंत्री ज्योर्तिप्रिय मल्लिक, उत्तर बंग उन्नयन मंत्री रवींद्रनाथ घोष, सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी उन्नयन प्रबंधन के चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती सहित सभी विभागों के सचिव, थानों के ओसी, आइसी, बीडीओ मौजूद थे। ममता ने कहा कि जयगांव को नगरपालिका नहीं बनाया जाएगा। वहां जयगांव डेवलपमेंट अथारिटी का पहले ही गठन किया जा चुका है। एक नगरपालिका को चलाने के लिए काफी धनराशि की जरुरत होती है, जो हमारे पास नहीं है। जयगांव में जरुरत होने पर दमकल केंद्र खोला जाएगा।