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बाढ़ पर मदद मांगने दिल्ली गईं दीदी

बंगाल के बाढ़ पीडि़तों के लिए केंद्र से मदद मांगने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार शाम दिल्ली रवाना हो गईं। मुख्यमंत्री की मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात हो सकती हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2015 04:20 AM (IST)Updated: Tue, 11 Aug 2015 04:26 AM (IST)
बाढ़ पर मदद मांगने दिल्ली गईं दीदी

जागरण संवाददाता, कोलकाता। बंगाल के बाढ़ पीडि़तों के लिए केंद्र से मदद मांगने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार शाम दिल्ली रवाना हो गईं। मुख्यमंत्री की मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात हो सकती हैं। प्रधानमंत्री के साथ छींटमहल पर ऐतिहासिक करार को बांग्लादेश दौरे के बाद मुख्यमंत्री पहली बार उनसे मिलेंगी। दिल्ली रवाना होने से पहले पत्रकारों से बातचीत में दीदी ने कहा कि बाढ़ से बंगाल में 30 हजार करोड़ रुपये की क्षति हुई है। राज्य सरकार बाढ़ पीडि़तों की मदद को 992 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है जबकि केंद्र की ओर से बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा के मामलों में आधिकारिक तौर पर अनुमोदित राशि 684 करोड़ रुपये है। प्रधानमंत्री से बैठक के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें इस बाबत जो भी कहना था, वह राज्य सचिवालय नवान्न में कह चुकी हैं। वे इसमें कुछ और नहीं जोडऩा चाहती हैं।

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गौरतलब है कि राज्य सचिवालय में ममता ने कहा था कि वे बाढ़ को लेकर प्रधानमंत्री से बातचीत कर मदद की मांग करेंगी। दिल्ली रवाना होने से पहले वे प्रशासनिक अधिकारियों को बाढ़ की स्थिति पर कड़ी नजर रखने का निर्देश देकर गई हैं।

उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित सभी जगहों पर पर्याप्त राहत सामग्रियां भेजी गई हैं। मुख्यमंत्री ने पहली बार विपक्षी दलों को आश्वासन दिया है कि वे प्रधानमंत्री के साथ होने वाली बातचीत से उन्हें अवगत कराएंगी। वे इस बाबत उनके साथ आगामी 18 अगस्त को दूसरे चरण की सर्वदलीय बैठक करेंगी। इस बीच राजनीतिक विïश्लेषक मोदी-ममता की मुलाकात को संसद के मानसून सत्र में विपक्षी दलों के काफी हंगामा करने के मद्देनजर काफी अहम मान रहे हैं।

मोदी सरकार से पहले शुरू कर चुके हैं स्वच्छता अभियान : ममता

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली जाने से पहले दावा किया कि उनकी सरकार मोदी सरकार के स्वच्छ भारत अभियान से पहले ही 'निर्मल बांग्ला नाम से अपना स्वच्छता अभियान शुरू कर चुकी थी, जिसे देशव्यापी तौर पर मान्यता भी मिली है।

उन्होंने कहा कि राज्य में तीन साल पहले निर्मल बांग्ला अभियान शुरू किया गया था और इस तरह का अभियान शुरू करने वाला बंगाल देश का पहला राज्य था। नदिया जिले को स्वच्छता के लिए राष्ट्रीय तौर पर पुरस्कृत किया जा चुका है।


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