निवेश की उम्मीद लिए लंदन रवाना हुईं ममता
बंगाल में उद्योग के लिए विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के मकसद से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रविवार को पांच दिवसीय लंदन दौरे पर रवाना हो गईं। उनके साथ 60 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। बंगाल में उद्योग के लिए विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के मकसद से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रविवार को पांच दिवसीय लंदन दौरे पर रवाना हो गईं। उनके साथ 60 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल है।
मुख्यमंत्री अपने साथ कोलकाता के मेयर शोभन चटर्जी, वित्त मंत्री डॉ. अमित मित्रा, सांसद डेरेक ओ ब्रायन, सुगत बसु व सांसद सह टॉलीवुड फिल्म अभिनेता देव, आइटीसी के चेयरमैन वाइसी देवेश्वर, उद्योगपति संजीव गोयनका, हर्ष नेवटिया, रवि पोद्दार, ज्योत्सना सूरी, उत्सव पारेख, संजय बुधिया सहित 48 उद्योगपतियों को भी ले गई हैं। प्रतिनिधिमंडल में शिल्प व संस्कृति जगह से जुड़े लोगों सहित 11 वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री के लंदन दौरे का मुख्य मकसद ब्रिटिश कंपनियों को बंगाल में मुख्य रूप से स्वास्थ्य, शिक्षा व पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित करना होगा। उनके लंदन दौरे को लेकर औद्योगिक चेंबर फिक्की ने यूके-इंडिया बिजनेस काउंसिल के साथ मिल कर सोमवार को सेमिनार का आयोजन किया है। इसमें ब्रिटेन की 100 कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। यहां विभिन्न कंपनियों व राज्य सरकार के बीच लगभग 23 समझौते के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किया जायेगा। इसके अलावा एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) ने भी राज्य सरकार की कई योजानाओं को फंड देने की मंजूरी दी है। एडीबी बंगाल में चार हजार करोड़ निवेश करेगी। इस फंड को लेकर भी सरकार व एडीबी के बीच समझौता होने की संभावना है।
ममता के विदेश दौरे को लेकर तृणमूल को धमकी भरा फोन व ईमेल, थाने में शिकायत
मुख्यमंत्री के विदेश दौरे को लेकर किसी ने धमकी भरा फोन व ईमेल किया है। कहा गया है कि मुख्यमंत्री विदेश दौरे पर जा तो रही हैं, लेकिन वह अपने मकसद में कामयाब नहीं होगीं। कोई विदेशी निवेश यहां नहीं होगा। तृणमूल के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा में विपक्ष के नेता डेरेक ओ ब्रायन को 24 घंटे में 10 धमकी भरे ईमेल किये गये। इसके अलावा सांसद सुब्रत बख्शी को भी कई धमकी भरे फोन किये गये। डेरेक ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त सुरजीत कर पुरकाइस्त से शिकायत कर मामले की जांच करने की मांग की है। इस घटना से लंदन में इंडियन हाई कमिश्नर को भी अवगत कराया गया है।
उन्होंने बताया कि जिस भाषा व तरीके से फोन व ई मेल किया गया है, ऐसा आरएसएस करती है, जो भाजपा से जुड़ी है। हालांकि भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने तृणमूल के आरोपों पर अनभिज्ञता जाहिर की। साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री राजनीतिक सहानुभूति के लिए ऐसे हथकंडे अपनाती रहती हैं। तृणमूल अगर इससे लिए भाजपा पर आरोप मढऩा चाहती है तो यह गलत है।