बयान से पलटे राज्य चुनाव आयुक्त
कोलकाता नगर निगम के चुनाव के दिन ही मतदान में धांधली के आरोपों को स्वीकार करने वाले राज्य चुनाव आयुक्त एसआर उपाध्याय चौबीस घंटे बीतते न बीतते रविवार को अपने बयान से पलट गए।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। कोलकाता नगर निगम के चुनाव के दिन ही मतदान में धांधली के आरोपों को स्वीकार करने वाले राज्य चुनाव आयुक्त एसआर उपाध्याय चौबीस घंटे बीतते न बीतते रविवार को अपने बयान से पलट गए। उन्होंने कहा कि उन्हें चुनाव में धांधली की शिकायतें तो मिली हैं लेकिन किसी बड़ी धांधली की नहीं, जिसके आधार पर चुनाव को पूरी तरह से धांधली भरा कहा जा सके।
आयुक्त ने कहा कि चुनाव के दिन ईवीएम मशीन में गड़बड़ी, पोलिंग एजेंट को प्रवेश करने से मना करना जैसी शिकायतें उन्हें मिली हैं लेकिन छिटपुट हिंसा को छोड़कर किसी बड़ी घटना की शिकायत नहीं मिली। उन्होंने कहा कि विपक्ष दलों व लोगों से मतदान के दिन 65-70 शिकायतें मिलीं, जो मामूली हैं। विपक्ष द्वारा पुनर्मतदान कराये जाने की मांग पर उपाध्याय ने कहा कि वे रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। उसके आने के बाद ही आगे विचार करेंगे। विपक्ष द्वारा राज्य चुनाव आयोग पर सत्ता पक्ष का होकर काम करने के लगाये गये आरोपों को उपाध्याय ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि प्रजातंत्र में सभी को अभिव्यक्ति की आजादी है और वे इस पर कुछ नहीं कह सकते। कथित तौर पर चुनावी धांधली से संबंधित रिपोर्ट दक्षिण 24 परगना जिले के डीएम से तलब की गई है, जिसे वे संभवत: सोमवार तक आयोग को सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि कोलकाता नगर निगम का चुनाव समाप्त हो चुका है और शिकायतों पर विचार निष्पक्ष तरीके से किया जाएगा। कानूनी प्रक्रिया के तहत नगर निर्वाचन अधिकारी डीएम को रिपोर्ट सौंपता है जिसकी प्रति आयोग के पास पहुंचती है। उपाध्याय ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके पास किसी पर्यवेक्षक की ओर से अब तक कोई शिकायत नहीं पहुंची है।
ये कहा था राज्य चुनाव आयुक्त ने
उल्लेखनीय है कि शनिवार को राज्य चुनाव आयुक्त सुशांत रंजन उपाध्याय ने मतदान की समाप्ति के बाद विपक्ष की ओर से लगाए गए धांधली के आरोपों को स्वीकारते हुए कहा था कि मतदान आदर्श माहौल में नहीं हुआ है और यदि ऐसा नहीं होता तो उनके पास इतनी शिकायतें नहीं पहुंचतीं। आयुक्त ने इस दिन यह भी कहा था कि आयोग को बूथ दखल व रिगिंग की 65 से 70 शिकायतें मिली हैं जिस पर विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद वे आगे विचार करेंगे।
लंबी है शिकायतों की सूची
18 अप्रैल को हुए कोलकाता नगर निगम के चुनाव में रिकॉर्ड 62.42 फीसद वोटिंग हुई। इस बीच विपक्ष ने आयोग को शिकायतों की सूची सौंपी है। आयोग से प्राप्त आंकड़े के अनुसार कांग्रेस की ओर से आयोग से दो वार्डों में धांधली की शिकायत की गई है। इसी तरह भाजपा की ओर से 14 वार्डों से जुड़ी चार शिकायतें, भाकपा की ओर से तीन शिकायतें, माकपा की ओर से नौ शिकायतें जबकि निर्दलीय की ओर से एक वार्ड में धांधली की शिकायत आयोग के पास की गई है।