मुकुल को क्लीन चिट देने की तैयारी में सीबीआइ
जागरण संवाददाता, कोलकाता। सारधा चिटफंड घोटाले में सीबीआइ तृणमूल कांग्रेस के बागी नेता मुकुल राय को क
जागरण संवाददाता, कोलकाता। सारधा चिटफंड घोटाले में सीबीआइ तृणमूल कांग्रेस के बागी नेता मुकुल राय को क्लीन चिट देने जा रही है। सीबीआइ सारधा मामले में दो चार्जशीट पेश करेगी लेकिन किसी में भी आरोपी के तौर पर मुकुल का नाम नहीं होगा, बल्कि एक चार्जशीट में उनका नाम गवाह के तौर पर होगा।
सूत्रों के अनुसार सीबीआइ 31 मई तक मामले की जांच प्रक्रिया पूरी कर अंतिम चार्जशीट पेश करने की तैयारी में है। इस समय सीमा के अंदर सीबीआइ दो चार्जशीट पेश करेगी। पहली चार्जशीट अप्रैल के तीसरे हफ्ते व दूसरी 31 मई तक पेश की जाएगी।
सूत्रों की मानें तो दोनों में से किसी भी चार्जशीट में मुकुल राय का नाम आरोपी के तौर पर नहीं दिया जा रहा है। अंतिम चार्जशीट में उनका नाम गवाह के रूप में देने की तैयारी है।
इसे लेकर राजनीतिविदें की तरफ से सवाल खड़े किए जा रहे हैं। विरोधियों का कहना है कि भाजपा अपने राजनीतिक फायदे के लिए मुकुल राय को क्लीनचिट देने जा रही है जबकि तृणमूल की तरफ से बार-बार कहा जा रहा है कि भाजपा सीबीआइ का अपने स्वार्थ के लिए व्यवहार कर रही है। विरोधियों का अनुमान है कि सीबीआइ से क्लीन चिट मिलने के बाद मुकुल राय भाजपा में शामिल होंगे।
गौरतलब है कि सारधा चिटफंड घोटाले की जांच के दौरान सीबीआइ के हाथों मुकुल राय के खिलाफ कई सबूत हाथ लगे थे। जांच में पता चला था कि सारधा प्रमुख सुदीप्त सेन के साथ उनका गहरा संपर्क था। इस मामले में सीबीआइ ने उनसे पूछताछ भी की थी।
पूछताछ के बाद मुकुल राय ने जांच में सीबीआइ की हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दिया था और कहा था कि सीबीआइ अगर फिर से उन्हे तलब करती है तो वे उसके समक्ष जरूर हाजिर होंगे। हालांकि सीबीआइ ने उन्हें दूसरी बार तलब नहीं किया।