ममता के समझौते पर रुक गई सीबीआइ जांच : कुणाल
जागरण संवाददाता, कोलकाता। करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले में पिछले डेढ़ साल से जेल में बंद तृणम
जागरण संवाददाता, कोलकाता। करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले में पिछले डेढ़ साल से जेल में बंद तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद कुणाल घोष ने मामले की सीबीआइ जांच को लेकर केंद्र व राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गुरुवार को बैंकशाल कोर्ट स्थित सीबीआइ की विशेष अदालत में पेशी के दौरान कुणाल ने कहा कि घोटाले की सीबीआइ जांच को लेकर मोदी व ममता सरकार में समझौता हुआ है। इस कारण जांच अचानक रुक गई है।
कुणाल ने आरोप लगाया कि इस समझौते का ही परिणाम है कि संसद में महत्वपूर्ण बिल आसानी से पारित हो रहे हैं। पहले ममता बनर्जी जिसका पुरजोर विरोध करती थीं, अब उन्हीं मुद्दों पर चुप्पी साध ली है। कहा, सारधा कांड के अन्य आरोपियों को जमानत मिल रही है, लेकिन सांसद होने के बावजूद उनके साथ सख्ती बरती जा रही है। सीबीआइ इस घोटाले की बाबत सब जानती है और उसके पास सुबूत है, लेकिन अब तृणमूल नेताओं व सांसदों को बचा रही है।
सांसद तापस पाल ने स्वीकारा रोजवैली से संपर्क
तृणमूल कांग्रेस के सांसद व अभिनेता तापस पाल ने आखिर स्वीकार किया कि वह चिटफंड कंपनी रोजवैली के सिनेमा व्यापार से जुड़े थे। कहा, मैंने रोजवैली फिल्म डिवीजन के साथ कुछ माह तक काम किया है। हालांकि ईडी का कहना है कि रोजवैली के अन्य कार्यो से भी तापस का सीधे तौर पर जुड़ाव था।
रोजवैली के चेयरमैन को रिमांड पर भेजा
रोजवैली चिटफंड घोटाले में कंपनी के चेयरमैन गौतम कुंडू की बुधवार को गिरफ्तारी के बाद कंपनी के कर्मचारी मारपीट पर उतारू हो गए। गुरुवार को बैंकशाल कोर्ट ने कुंडू को पांच दिनों की रिमांड पर ईडी को सौंप दिया। इससे भड़के समर्थकों ने मीडियाकर्मियों पर हमला कर दिया, जिसमें तीन मीडियाकर्मी घायल हुए और कैमरे व माइक तोड़ डाले।
असम कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से सीबीआइ ने की पूछताछ
कोलकाता। सारधा चिटफंड कंपनी के घोटाले को लेकर सीबीआइ ने असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अंजन दत्ता से गुरुवार को पूछताछ की। सीबीआइ ने उन्हें पूछताछ के लिए समन जारी किया था। मामले में अंजन दत्ता की संलिप्तता स्पष्ट नहीं है, लेकिन जांच में कुछ तथ्य सामने आए हैं। सीबीआइ ने गत वर्ष 28 अगस्त को उनके ठिकानों पर तलाशी ली थी और उनसे सवाल भी किए थे।