बंगाल में पांव जमाने की जुगत में संघ
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में भारतीय जनता पार्टी क
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में भारतीय जनता पार्टी के उभरने से उत्साहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उससे जुड़े संगठन अब राज्य में तेजी से अपने पांव जमाने की कोशिश कर रहे हैं। आरएसएस के प्रमुख प्रवक्ता मनमोहन वैद्य ने कहा कि देशभर में आरएसएस के पक्ष में उफान है और बंगाल भी इससे अछूता नहीं है। अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण के खिलाफ बहुसंख्यक समुदाय का रोष बंगाल में इसका एक अतिरिक्त कारण हो सकता है। हमारा लक्ष्य अब राज्य के हर ब्लाक में पहुंचना है।
गौरतलब है कि आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने हाल में बंगाल का दौरा किया और 10 हजार से ज्यादा संघ परिचिती वर्ग आयोजित किए गए। वहीं, दक्षिण बंगाल के आरएसएस प्रवक्ता जिश्नू बसु ने कहा कि पहले हमारी ओर से आयोजित शाखाओं की संख्या उतनी अधिक नहीं थी लेकिन पिछले दो साल में इसमें बहुत ज्यादा इजाफा हुआ है। अब हम समूचे बंगाल क्षेत्र में तकरीबन 1,500 दैनिक शाखाएं आयोजित कर रहे हैं। आरएसएस और उसकी विचारधारा अब समाज के सभी वर्ग के लोगों को आकर्षित कर रही है। उधर, विश्व हिंदू परिषद का भी दावा है कि पिछले एक साल में उसकी सदस्यता काफी बढ़ी है।
विहिप के राज्य नेता सचिंद्रनाथ सिंघा ने बताया कि अभी समूचे राज्य में हमारे तकरीबन 80 हजार कार्यकर्ता हैं जो 2012 के मुकाबले तिगुनी है। हम इस साल अपनी सदस्यता दो लाख तक पहुंचाने का लक्ष्य रख रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले साल 20 दिसंबर को विहिप की ओर से कोलकाता में विराट हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें हिंदुत्व विचारधारा से जुड़े तमाम संगठनों के प्रमुखों ने हिस्सा लेकर एकजुटता दिखाई थी।
संघ प्रमुख मोहन भागवत, विहिप नेता प्रवीण तोगड़िया सहित अन्य ने भी बंग भूमि से ममता सरकार को उसकी तुष्टिकरण नीति के खिलाफ ललकारा था।