दिल्ली पर धावा बोलेंगी ममता
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सारधा चिट फंड घोटाले में पार्टी नेता व परिवहन तथा खेल मंत्री मदन मित्रा की गि
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सारधा चिट फंड घोटाले में पार्टी नेता व परिवहन तथा खेल मंत्री मदन मित्रा की गिरफ्तारी के खिलाफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का विरोध प्रदर्शन व आंदोलन अब कोलकाता व पश्चिम बंगाल तक ही सीमित नहीं रहेगा। इसको लेकर अब वह दिल्ली पर धावा बोलेंगी। सुश्री बनर्जी ने मित्रा की गिरफ्तारी के बाद ही संवाददाता सम्मेलन कर केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोलने की घोषणा की थी। पार्टी सांसदों को उन्होंने दिल्ली में विरोध करने का निर्देश दिया था। उसी अनुसार सोमवार को संसद के अंदर व बाहर तृणमूल सांसदों ने विरोध प्रदर्शन भी किया। उन्होंने खुद सड़क पर उतर कर इसका विरोध किया और पार्टी कार्यकर्ताओं को लगातार धरना-प्रदर्शन करने का निर्देश दिया जिस पर अमल भी हो रहा है।
हालांकि ममता का दिल्ली दौरा बीमार हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को देखने जाने से संबंधित बताया जा रहा है। लेकिन सारधा कांड में सीबीआइ कार्रवाई पर ममता जिस तरह आक्रामक हुई हैं उससे साफ है कि वह दिल्ली जाकर केंद्र के साथ टकराव के रास्ते पर जाने का अपना रुख स्पष्ट करेंगी। वह अपने सांसदों के लेकर दिल्ली में धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व कर सकती हैं। ममता का धरना-प्रदर्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास तक भी जा सकता है। सुश्री बनर्जी ने कहा भी है कि वह दिल्ली जाकर आंदोलन करने से नहीं चूकेंगी।
तृणमूल कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री बुधवार को दिल्ली जाएंगी। वह राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिल कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेंगी।
उल्लेखनीय है कि श्री मुखर्जी को अस्वस्थता के कारण सेना के अस्पताल में भर्ती होना पड़ा जहां उनका एक आपरेशन भी हुआ है। मुख्यमंत्री शिष्टाचार वश राष्ट्रपति से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेंगी। हालांकि राजनीतिक हलकों में ममता के दिल्ली दौरा को अहम माना जा रहा है।
सारधा कांड में परिवहन मंत्री मदन मित्रा की गिरफ्तारी के बाद तृणमूल कांग्रेस के विरोध जताने के बावजूद सीबीआइ जिस तरह आगे बढ़ रही है उससे ममता क्षुब्ध हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को चुनौती देकर ममता ने अपना क्षोभ व्यक्त भी किया है। अब दिल्ली जाकर वह क्या करती हैं इस पर सबकी निगाहें टिकी है।