मदन की गिरफ्तारी के विरोध में सड़क पर उतरीं ममता
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सारधा घोटाले में परिवहन मंत्री मदन मित्रा की गिरफ्तारी से बौखलाईं मुख्यमंत्री
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सारधा घोटाले में परिवहन मंत्री मदन मित्रा की गिरफ्तारी से बौखलाईं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब मोदी सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई के लिए शनिवार को आखिरकार सड़क पर उतर गईं। पार्टी समर्थकों व लोगों को यह संदेश देने की कोशिश की कि वह मदन मित्रा के साथ हैं। परंतु, आज फिर मोदी को लेकर कटाक्ष की कि वह कौन हरिदास पाल हैं। साथ ही सहारा इंडिया प्रमुख व नरेंद्र मोदी की फोटो मोबाइल पर दिखाते हुए इस शब्द का इस्तेमाल किया। धर्मतल्ला को गोष्ठपाल मूर्ति के निकट तृणमूल के धरना मंच पर पहुंचने के बाद उन्होंने स्पष्ट किया कि वे यहां मुख्यमंत्री नहीं एक आम नागरिक और खेल प्रेमी के रूप में आई हैं। परंतु, जैसे ही वह भाषण देने लगीं उनकी जुबान केंद्र सरकार, सीबीआइ और भाजपा के खिलाफ मुखर हो गईं। आज भी उन्होंने शालीनता की सीमा अतिक्रमण कर मोदी सरकार या सीबीआइ का नाम लिए बिना कह दी कि यदि मैं प्रशासन में नहीं होती तो जीभ खींच लेतीं। इतना ही नहीं एक वक्त वह इतनी क्षुब्ध हो गईं कि मंच पर माइक को फेंक कर जाने लगी। ममता ने आज फिर कहा कि मुझे विश्वास नहीं है कि मदन चोर है और उसने कोई अपराध किया है।
ममता ने सीबीआइ को पीएम मोदी को गिरफ्तार करने के लिए ललकारा, तो साथ ही केंद्र सरकार को चिढ़ाते हुए कहा कि मदन मित्रा गिरफ्तारी के बाद भी मंत्री बने रहेंगे।
ममता ने शनिवार को कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों को संबोधित करते हुए ऐलान किया कि तृणमूल इस मुद्दे को अब संसद तक ले जाएगी और उसके सांसद बीजेपी की बदले की राजनीति के विरुद्ध संसद में विरोध करेंगे। साथ उन्होंने पार्टी समर्थकों को लगातार विरोध प्रदर्शन करने की अपील की। यही आरोप लगाया कि दिल्ली के निर्देश पर मदन की गिरफ्तारी हुई है।
ममता ने इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी की सहारा प्रमुख के साथ तस्वीरें हैं। क्या हमें मांग करना चाहिए कि सीबीआइ प्रधानमंत्री को गिरफ्तार करे?
ममता ने साथ ही ऐलान किया कि भले ही परिवहन मंत्री मदन मित्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है। मदन मित्रा परिवहन मंत्री मिनिस्टर बने रहेंगे। उनकी गैरमौजूदगी में मैं उनका मंत्रालय देखूंगी। सभा में विभिन्न खेल क्षेत्र से जुड़े खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि षड्यंत्रकारी राज्य की खेल संस्कृति को नष्ट करने पर तूले हैं। मदन को खेल से लगाव है। वह खेल से जुड़े लोगों को सहयोग व मदद करता है। इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया। सुश्री बनर्जी ने सीबीआइ की कार्यशैली पर सवाल उठाया और कहा कि सिंगुर की तापसी मल्लिक दुष्कर्म कांड, नंदीग्राम में फायरिंग और नेताई कांड में सीबीआइ अभी तक क्यों किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची। इसके बाद ममता ने जुलूस के साथ वाई चैनल होते हुए फिर गोष्टपाल की मूर्ति तक पहुंची।