संसद में केंद्र को घेरने की तैयारी में तृणमूल
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सारधा चिटफंड घोटाले को लेकर बैकफुट पर खड़ी तृणमूल कांग्रेस अब संसद के शीतकालीन
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सारधा चिटफंड घोटाले को लेकर बैकफुट पर खड़ी तृणमूल कांग्रेस अब संसद के शीतकालीन सत्र में भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को घेरने की रणनीति तैयार करने में जुट गई है। 24 नवंबर से शुरू हो रहे संसद सत्र को लेकर तृणमूल प्रमुख व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी सांसदों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में केंद्र सरकार को संसद में किस तरह घेरा जाए, इसकी रणनीति तैयार की जाएगी। लोकसभा में भाजपा बहुमत में है लेकिन राज्यसभा में किस तरह से भाजपा को शिकस्त दी जाए, इस पर विचार किया जाएगा। बताते चलें कि राज्यसभा में तृणमूल के 12 सदस्य हैं। इनमें से दो फिलहाल सारधा कांड में न्यायिक व सीबीआइ की हिरासत में हैं। ममता को पता है कि लोकसभा व राज्यसभा में भाजपा, माकपा व कांग्रेस तृणमूल को घेरने की कोशिश की करेगी। ऐसी परिस्थिति में तृणमूल के लोकसभा व राज्यसभा सदस्यों की रणनीति क्या होगी, इसे लेकर जरूरी निर्देश दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक सारधा कांड में पार्टी की हो रही फजीहत के कारण तृणमूल संसद में इस मसले को नहीं छेड़ेगी क्योंकि इससे पार्टी को ही नुकसान होगा इसलिए जनहित से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर तृणमूल भाजपा सरकार को संसद में घेरने की पुरजोर कोशिश करेगी। इसमें मनरेगा योजना में कटौती, ग्रामीण विकास से जुड़े विभिन्न कार्यो व विकास के लिए आवंटित होने वाली राशि में कटौती, राष्ट्रीय राजमार्ग आदि से संबंधित मुद्दों को तृणमूल द्वारा संसद में उठाए जाने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार अपनी बातों को संसद में सही तरीके से रखने के लिए पार्टी ने अपने सभी सांसदों को तथ्यों का अध्ययन करने की भी सलाह दी है।