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सारधा कांड में परिवहन मंत्री तलब

जागरण संवाददाता, कोलकाता। बहुचर्चित सारधा चिटफंड घोटाले में ममता सरकार को एक और तगड़ा झटका देते हुए स

By Edited By: Published: Wed, 19 Nov 2014 06:07 AM (IST)Updated: Wed, 19 Nov 2014 02:16 AM (IST)
सारधा कांड में परिवहन मंत्री तलब

जागरण संवाददाता, कोलकाता। बहुचर्चित सारधा चिटफंड घोटाले में ममता सरकार को एक और तगड़ा झटका देते हुए सीबीआइ ने अब राज्य के खेल एवं परिवहन मंत्री मदन मित्रा को तलब किया है। इसके साथ ही तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सृंजय बोस को भी दूसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया गया है। दोनों को अगले शुक्रवार साल्टलेक के सीजेओ काम्प्लेक्स स्थित सीबीआइ दफ्तर में हाजिर होने का निर्देश दिया गया है।

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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को सीबीआइ के एक जांच अधिकारी ने दोनों को बारी-बारी से फोन किया। पहले मदन मित्रा को फोन किया गया। उनसे जांच अधिकारी की पांच मिनट तक बातचीत हुई। इसके बाद सृंजय बोस को फोन मिलाया गया। दोनों को ही पूछताछ के सिलसिले में शुक्रवार को हाजिर होने को कहा गया।

गौरतलब है कि सारधा मामले में मदन मित्रा को पहली बार सीबीआइ ने तलब किया है जबकि सृंजय बोस को दूसरी बार बुलाया गया है।

मदन मित्रा राज्य के ऐसे दूसरे मंत्री हैं, जिन्हें सारधा मामले में तलब किया गया है। इससे पहले मामले की अपनी तरह से जांच कर रहा प्रवर्तन निदेशालय कपड़ा मंत्री श्यामापद मुखर्जी को पूछताछ के लिए चुका है। कहा जा रहा है कि सारधा समूह के प्रमुख सुदीप्त सेन ने श्यामापद मुखर्जी से काफी अधिक कीमत पर उनकी एक फैक्ट्री खरीदी थी। उसी के बारे में पूछताछ के लिए उन्हें बुलाया गया था।

सीबीआइ द्वारा तलब किए जाने के बारे में पूछने पर परिवहन मंत्री ने कहा कि वे अभी अस्वस्थ हैं। डाक्टर दिखा रहे हैं इसलिए बात नहीं कर सकते।

दूसरी तरफ सृंजय बोस ने पहले इन्कार करते हुए कहा कि उन्हें इस बाबत सीबीआइ से कोई ई-मेल नहीं मिला है, बाद में दावा किया कि उन्हें गवाह के तौर पर बुलाया गया है और एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते वे जरूर जाएंगे।

सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि मदन मित्रा के खिलाफ पिछले तीन महीने में काफी पुख्ता सबूत जुटाने के बाद ही उन्हें तलब किया जा रहा है।

सुदीप्त सेन ने सीबीआइ पूछताछ में कई बार मदन मित्रा का नाम लेते हुए कहा है कि उन्होंने विभिन्न समय उनसे काफी रुपये लिए हैं। सुदीप्त की महिला सहयोगी देवयानी मुखर्जी व सारधा समूह से जुड़े कई लोगों ने भी सीबीआइ पूछताछ में कहा है कि उन्होंने कई बार परिवहन मंत्री को रात के अंधेरे में सारधा समूह के मिडलैंड पार्क स्थित कार्यालय में आते-जाते देखा है। सीबीआइ इन आरोपों को लेकर मदन मित्रा का बयान दर्ज करना चाहती है। इधर मदन मित्रा को तलब किए जाते ही विरोधी राजनीतिक दलों ने ममता सरकार पर हमला तेज कर दिया है।

माकपा सांसद मोहम्मद सलीम ने कहा कि ये तो होना ही था। ममता अब दिल्ली जाकर भाजपा से सांठगांठ कर बचने की कोशिश कर रही है। वे चाहते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिले।

केंद्रीय राज्य मंत्री एवं भाजपा सांसद बाबुल सुप्रिया ने कहा कि कहा जा रहा था कि सीबीआइ राजनीतिक उद्देश्य से काम करेगी लेकिन सीबीआइ बहुत धैर्य के साथ मामले की जांच कर रही है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता अब्दुल मन्नान ने कहा कि उन्हें इसकी बहुत पहले ही उम्मीद थी। मुख्यमंत्री अब इसपर जवाब दें।


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