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आज पूर्ण परिवहन हड़ताल से ठप होगा यातायात

By Edited By: Published: Fri, 19 Sep 2014 06:31 AM (IST)Updated: Fri, 19 Sep 2014 01:48 AM (IST)
आज पूर्ण परिवहन हड़ताल से ठप होगा यातायात

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। वाममोर्चा समर्थित यूनियनों की ओर से आहूत गुरुवार को हड़ताल के प्रथम दिन महानगर की सड़कों से टैक्सियां नदारद रहीं। परिणामस्वरूप दफ्तर जाने वाले लोगों व लंबी दूरी तय कर रेलवे स्टेशनों तथा हवाई अड्डे पर पहुंचे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को जनता की परेशानी और बढ़ेगी क्योंकि उस दिन राज्य भर के परिवहन उद्योगों में हड़ताल बुलाई गई है।

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गौरतलब है कि अगस्त से लेकर करीब 50,000 टैक्सी वालों की यह आठवीं हड़ताल है। ठसाठस भीड़ वाले बस, ट्राम और मैट्रो जैसे वाहनों में लोगों को परेशानी सहकर गंतव्य तक पहुंचना पड़ा। लंबी दूरी तय कर हवाई अड्डे और दो प्रमुख रेलवे स्टेशनों हावड़ा एवं सियालदह पहुंचने वाले यात्रियों के लिए कोई टैक्सी नहीं थी। सियालदह स्टेशन पर अपने परिवार के साथ इंतजार कर रहीं शर्मिष्ठा बसु ने कहा कि बस वाला भारी बैग को ढोने से इन्कार कर दिया। सड़कों पर बसें कम थीं। ऐसे में घर पहुंचने में काफी परेशानी झेलनी पड़ी। कुछ चालक शुक्रवार को पूर्ण परिवहन हड़ताल को देखते हुए अपने गांवों के लिए रवाना हो गए हैं।

किराया बढ़ाने, 450 टैक्सी चालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को समाप्त करने, यात्रियों को ले जाने से इन्कार करने पर 3,000 रुपये के जुर्माने पर रोक लगाने और पुलिस ज्यादती बंद करने की मांग को लेकर टैक्सी यूनियनें 7 अगस्त से ही विभिन्न तरह से आंदोनल करती आ रही हैं। गुरुवार से टैक्सी चालकों के बेमियादी हड़ताल पर चले जाने से यात्रियों को फिर दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है। अगस्त से लेकर अब तक टैक्सी चालकों की यह आठवीं हड़ताल है।

टैक्सी चालकों के साथ साथ सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियंस , इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन और आल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस ने कैब चालकों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए शुक्रवार को राज्यभर में परिवहन हड़ताल का आह्वान किया है। बेमियादी टैक्सी हड़ताल के प्रथम दिन शहर में आटो रिक्शा तथा साइकिल रिक्शे के लिए लंबी कतारें देखी गई। ऐसी स्थिति में बसें भी ठसाठस भरी दिखीं। कोई विकल्प नहीं होने के कारण यात्रियों को निजी कार आपरेटरों को सामान्य से अधिक किराया देकर गनतव्य तक पहुंचना पड़ा।

इधर, सीटू नेता व राज्य के पूर्व मंत्री अनादि साहू के अनुसार जब तक राज्य सरकार उनकी मांगें नहीं पूरी करती तब तक टैक्सियां नहीं चलेंगी। उन्होंने कहा टैक्सी किराया आखिरी बार वर्ष 2012 में बढ़ाया गया था। तब से पेट्रोल का दाम 13 बार बढ़ चुका है जबकि टैक्सी किराए में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इससे टैक्सी चालक संकट में हैं। बढ़ाकर 3,000 रूपये कर दिया गया था। मालूम हो कि शहर में प्रतिदिन लगभग 37,000 टैक्सियां चलती हैं।


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