तापस प्रकरण पर फिर टला फैसला
जागरण संवाददाता, कोलकाता। तृणमूल सांसद तापस पाल द्वारा विरोधी दल की महिलाओं पर आपत्तिाजनक टिप्पणी करने के मामले में फिर फैसला नहीं हो पाया। मंगलवार को कलकत्ता हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश मंजूला चेल्लूर द्वारा नियुक्त तीसरी व विशेष जज निशिथा मात्रे की अदालत में मामले की सुनवाई की गई। इस दिन मामले की सुनवाई के दौरान न्यायाधीश निशिथा मात्रे ने तापस पर कानूनी कार्रवाई पर लगे अंतरिम स्थगन की अवधि को बढ़ाकर 19 सितंबर तक कर दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि तापस मामले से जुड़े तमाम तथ्य जो बांग्ला में हैं उन सभी को अंग्रेजी में अनुवाद कर कोर्ट में पेश किया जाए।
मामले की अगली सुनवाई 10 सितंबर को होगी और अनुमान है कि इस दिन अंतिम फैसला सुना दिया जाएगा।
गौरतलब है कि चुनाव प्रचार के दौरान तापस पाल के खिलाफ विरोधी दल की महिलाओं पर आपत्तिाजनक टिप्पणी का मामला हाईकोर्ट में आया था। इससे पहले जब फैसला आने की बात थी उस दिन कलकत्ता हाईकोर्ट में न्यायाधीश गिरीश गुप्ता व तपोब्रत चक्रवर्ती के डिवीजन बेंच के दो न्यायाधीशों के आपसी मतभेद के बाद सिंगल बेंच के निर्देश पर तीन सप्ताह का स्थगन लगा दिया गया था और मामले को मुख्य न्यायाधीश मंजूला की अदालत में भेजा गया था। न्यायाधीश मंजूला चेल्लूर ने मसले पर विचार विमर्श करते हुए इस तीसरे जज निशिथा मात्रे को नियुक्त किया था।