विश्व भारती विवि की छात्रा का यौन उत्पीड़न
जागरण संवाददाता, कोलकाता। विश्वभारती विश्वविद्यालय में तीन वरिष्ठ छात्रों द्वारा सिक्किम की रहने वाली प्रथम वर्ष की एक छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि उन पर विवि प्रबंधन की ओर से पुलिस के पास न जाने का दबाव बनाया जा रहा है। राज्य महिला आयोग ने मामले में हस्तक्षेप के लिए प्रधानमंत्री से मांग की है।
पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि बेटी के यौन उत्पीड़न के खिलाफ पुलिस में बयान नहीं देने के लिए विवि प्रबंधन की तरफ से काफी दबाव है। विवि प्रबंधन मसले को रफा-दफा करने की कोशिश कर रहा है। बेटी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्होंने उसे आगे वहां नहीं पढ़ाने का फैसला लिया है। दरअसल, आठ अगस्त को शांति निकेतन पोस्ट ऑफिस मोड़ के पास तीन वरिष्ठ छात्रों ने एक गाड़ी में ले जाकर कला भवन की छात्रा का यौन उत्पीड़न किया और आपत्तिजनक तस्वीरें लेकर तीनों उसे ब्लैकमेल करने लगे। विवि प्रबंधन से इसकी शिकायत करने पर भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। पीड़िता का आरोप है कि प्रबंधन के पास शिकायत करने के 48 घंटे बाद भी पुलिस के समक्ष मामले की शिकायत नहीं की गई। गुरुवार को पीड़िता केपिता थाने में शिकायत करने वाले थे। इससे पहले विवि प्रबंधन ने उन्हें बुलाकर मसले को थाने में नहीं ले जाने का दबाव बनाया। यौन उत्पीड़न के मामलों को देखने के लिए गठित विवि की विशाखा कमेटी की सभापति मौसमी भंट्टाचार्य ने कहा कि विवि में शिकायत की खबर सुनते ही उन्होंने पीड़िता व उसके पिता से संपर्क कर जानकारी हासिल करने की कोशिश की है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सुनंदा मुखर्जी ने घटना की निंदा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। इसके लिए वे प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखेंगी।