बंगाल में 3200 करोड़ का निवेश करेंगी घरेलू कंपनियां
जागरण संवाददाता, कोलकाता। राज्य में छह घरेलू कंपनियों ने करीब 3200 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है। इससे करीब 4500 रोजगार के सृजन की संभावना है। राज्य के उद्योग व वाणिज्य मंत्री डॉ. अमित मित्रा के समक्ष महानगर के एक पांच सितारा होटल में शनिवार को इन कंपनियों के प्रमुखों व प्रतिनिधियों ने अपनी योजनाओं को पेश किया।
एमसीसी चेंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से पश्चिम बंगाल में औद्योगिक पुनरुत्थान विषय पर आयोजित परिचर्चा सत्र में राज्य के प्रमुख उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान अमित मित्रा ने कहा कि राज्य सरकार को सालाना 28000 करोड़ रुपये केंद्र सरकार को ब्याज के रूप में देना पड़ रहा है।
केंद्र में पिछली संप्रग-2 सरकार से भी राज्य ने ब्याज व कर्ज वसूली को स्थगित करने की गुहार लगाई थी। इसके बावजूद इस पर सुनवाई नहीं हुई। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार से भी राज्य सरकार इसे कुछ वर्षो के लिए स्थगित करने को गुहार लगाएगी। यदि ऐसा होता है तो राज्य सरकार के एक लाख करोड़ रुपये बचेंगे। इससे राज्य की जीएसडीपी में भी इजाफा हो सकेगा। साथ ही आम लोगों की सुविधा के लिए सड़क, अस्पताल सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं को विकसित किया जा सकेगा।
परिचर्चा सत्र में चेंबर के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने स्वागत भाषण देते हुए राज्य सरकार की औद्योगिक स्थिति पर प्रकाश डाला। इस दौरान एमसीसीआइ के उपाध्यक्ष हेमंत बांगड़, लिंक समूह के दीपक जालान, श्याम स्टील के श्याम सुंदर बेरीवाल, रूपा कंपनी के कुंज बिहारी अग्रवाल, उद्योगपति बृजभूषण अग्रवाल, उद्योगपति श्याम सुंदर सांगनेरिया, विक्रम सोलर के प्रबंध निदेशक ज्ञानेश चौधरी, उत्कर्ष ट्यूब एंड पाइप लिमिटेड के सुनील बंसल, उद्योगपति दीपक अग्रवाल, पूर्व विधायक दिनेश बजाज, राज्यसभा सांसद विवेक गुप्ता सहित अन्य उद्योगपति मौजूद थे।
इससे पहले मित्रा ने कहा कि राज्य में निवेश के बढ़ावा देने के लिए कम समय में ही परियोजनाओं को अनुमति दी जा रही है। जमीन की समस्या भी राज्य में नहीं है। राज्य के पास 3000 एकड़ जमीन मौजूद है, जहां निवेश किया जा सकता है।