पक्षपात व निष्क्रियता बर्दाश्त नहीं : संपत
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : पक्षपात व निष्क्रियता दिखाने वाले चुनाव अधिकारियों को मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने दो-टूक कहा कि पक्षपात व निष्क्रियता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
संपत की अगुवाई में चुनाव आयोग के संपूर्ण बेंच ने शनिवार व रविवार को चुनावी तैयारियों की पूरी समीक्षा की। साथ ही राज्य में कानून-व्यवस्था की भी बारीकी से पड़ताल की। इस बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों को निष्पक्ष होकर सक्रियता के साथ काम करने का निर्देश दिया गया। संपत की पूरी टीम ने पहले नौ प्रमुख राजनीतिक दलों के साथ अलग-अलग बैठक की और उनकी समस्याएं सुनीं। बाद में सभी जिलों के डीएम व एसपी के साथ बैठक कर चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया। शाम को राज्य के मुख्य सचिव संजय मित्रा, गृह सचिव बासुदेव बनर्जी, डीजीपी जीएमपी रेड्डी व कोलकाता के पुलिस आयुक्त सुरजीत कर पुरकायस्थ के साथ बैठक कर राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया।
दमदम एयरपोर्ट के निकट एक पांच सितारा होटल में बैठक के बाद संपत ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सर्वदलीय बैठक में राजनीतिक दलों ने शिकायतें कीं और कुछ अधिकारियों की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाया। एक बीडीओ के साथ दुर्व्यवहार तथा एक जिले में चुनाव कर्मचारी के काम में बाधा डालने की शिकायतें मिली हैं। आयोग ने डीएम-एसपी व चुनाव कार्य से जुड़े राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकर कर शिकायतों की जानकारी ली और निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए सभी सरकारी अधिकारियों को निर्देश दिया। संपत ने कहा कि किसी भी अधिकारी के पक्षपातपूर्ण होकर काम करने की पुष्टि होती है तो उसके खिलाफ आयोग सख्त कार्रवाई करेगा। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी सुनील गुप्ता की निष्पक्षता व सक्रियता पर उठे सवाल पर संपत ने कहा कि किसी अधिकारी पर लगे आरोपों की जांच निरंतर प्रक्रिया है। वैसे आयोग अपने अधिकारियों के काम से संतुष्ट है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने राज्य की कानून व्यवस्था पर भी संतोष जताया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, भाजपा नेता अमित शाह तथा राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के विवादित बयान पर कार्रवाई के बारे में संपत ने कहा कि सभी के बयानों की सीडी मांगी गई है। उनके बयान से चुनाव आचार संहिता भंग होने पर आयोग कदम उठाएगा। किसी भी राजनीतिक दल के नेता के खिलाफ आरोप साबित होने पर आयोग कदम उठाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक मतदान केंद्रों में दो सशस्त्र केंद्रीय पुलिस बल के जवान तैनात रहेंगे। पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार सुरक्षा व्यवस्था दोगुनी की गई है। मतदान का समय बढ़ाकर सुबह 7 बजे से शाम छह बजे तक किया गया है जिसका सभी राजनीतिक दलों ने स्वागत किया है। दलों ने मतदान केंद्रों में पेय जल उपलब्ध कराने को आचार संहिता के दायरे से बाहर रखने की मांग की है। आयोग मतदाताओं को पर्याप्त पेय जल उपलब्ध कराने को लेकर सहमत है। संपत ने कहा कि एक मात्र यादवपुर क्षेत्र में 'वीवी पैट' की व्यवस्था की जाएगी जिससे मतदाता अपने वोट डालने की स्थिति जान पाएंगे।
चुनाव आयुक्त एचएस ब्रह्म ने कहा कि चुनाव आयोग का एक विशेष नंबर 1950 है, जिसपर कोई भी फोन कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। संवाददाता सम्मेलन में चुनाव आयुक्त नजीम जैदी, उप चुनाव आयुक्त व बंगाल के प्रभारी विनोद जुत्शी, पीके दास, डीजी आयकर तथा चुनाव अधिकारी सुनील गुप्ता मौजूद थे।