'एकता व सौहार्द' थीम पर दुर्गापूजा का आयोजन
- कमेटी में मुस्लिम समुदाय के लोगों का रहता है अहम योगदान - पूजा के दौरान चारों दिन सा
- कमेटी में मुस्लिम समुदाय के लोगों का रहता है अहम योगदान
- पूजा के दौरान चारों दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम
संवाद सूत्र, बानरहाट: शहर में सभी धर्म व समुदाय के लोग रहते हैं। उनमें अटूट एकता भी है। इसका उदाहरण पूजा के दौरान देखने को मिलता है। चाहे कोई भी पूजा क्यों न हो सभी धर्म व समुदाय के लोग बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण डुवार्स स्थित आंगराभाषा के सजनापाड़ा में देखने को मिलता है। यहां 32 वर्ष से दुर्गापूजा का आयोजन होता आ रहा है। आयोजक कमेटी में हिन्दू व मुस्लिम संप्रदाय के लोग शामिल हैं।
इस वर्ष पूजा का थीम 'एकता व सौहार्द' रखा गया है। ग्रामीण क्षेत्र में पूजा होने के कारण चंदा एकत्र करना सबसे बड़ी समस्या है। इस कारण बजट करीब एक लाख रुपये ही है। पूजा के माध्यम से पर्यावरण की रक्षा का भी संदेश दिया जाएगा। पूजा के दौरान चारों दिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। कमेटी पंडाल व प्रतिमा बनाने के लिए स्थानीय कारीगरों की ही मदद लेते हैं। इससे उनलोगों का प्रतिभा व कौशल निखरकर सामने आता है।
पूजा कमेटी के सदस्य मोहम्मद पिंटु, अब्दुल लतिफ, अग्नु उराव ने कहा कि वे लोग जातिगत भेदभाव के संकीर्ण मानसिकता से हटकर 32 वर्षो से पूजा का आयोजन करते आ रहे हैं। चंदा एकत्र करने से लेकर विसर्जन समेत पूजा के सभी कार्यो में अपना योगदान देते हैं।
वहीं राजू सरकार ने कहा कि उनलोगों के पूजा का मुख्य आकर्षण केंद्र एकता व सौहार्द ही है। गांव के सभी वर्ग के लोग विशेष तौर पर मुस्लिम समुदाय के लोग पूजा में अहम रोल निभाते हैं।