कैसे गुजरे ऐसी सड़क से
- 13 किलोमीटर तक रास्ते की अवस्था काफी जर्जर - मरीजों व स्कूली बच्चों को आवाजाही में हो रही दिक्क
- 13 किलोमीटर तक रास्ते की अवस्था काफी जर्जर
- मरीजों व स्कूली बच्चों को आवाजाही में हो रही दिक्कतें
संवाद सूत्र, वीरपाड़ा : वीरपाड़ा से लंकापाड़ा जाने वाली एकमात्र सड़क भी काफी जर्जर अवस्था में है। साइकिल से लेकर अन्य वाहनों के आवाजाही में चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि पैदल चलने वाले लोग भी सड़क से गुजरना नहीं चाहते हैं। वीरपाड़ा से लंकापाड़ा की दूरी करीब 19 किलोमीटर है। लेकिन करीब 13 किलोमीटर सड़क की अवस्था काफी खराब है। कुल मिलाकर जान हथेली में रखकर ही आवागमन कर रहे हैं।
दलमोड़, रामझोड़ा, तुलसीपाड़ा समेत 9 चाय बागानो में जाने के लिए ही एक ही सड़क है। पड़ोसी देश भूटान के पगली शहर में जाने के लिए भी कोई दूसरा मार्ग नहीं है। यहां से प्रतिदिन डोलोमाइट से भरी ट्रक, चाय बागान की छात्र-छात्राओं को वाहन में भरकर स्कूल ले जाया जाता है।
डुवार्स इलाके में मानसून आ गई है। बारिश के बाद सड़क का हाल और भी बुरा हो जाता है। गड्ढे में पानी भर जाने के कारण और भी दिक्कतें आती हैं। दुर्घटनाओं की संभावना भी बनी रहती है। उक्त बातें वीरपाड़ा पहुंचने वाले यात्रियों ने कही। अशेष राई, अनूप शर्मा ने बताया कि प्रतिदिन जर्जर व गड्ढे वाली सड़कों से होकर ही गुजरना पड़ता है। काफी दिनों से सड़क खराब है। मरम्मत की मांग को लेकर कई बार सड़क जाम भी किया गया है, पर प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई नहीं है। केवल आश्वासन ही मिलता है। बीमार मरीजों को ले जाने में सबसे ज्यादा दिक्कतें आती है।
इधर पीडब्ल्यूडी के अधिकारी ने जल्द ही मरम्मत करवाने का आश्वासन दिया है।