खाद्य विभाग पर अनियमितता का आरोप
संवाद सूत्र, धुपगुड़ी: राज्य खाद्य विभाग पर अनियमितता का आरोप लगा है। उक्त आरोप जलपाईगुड़ी व अलीपुरद्व
संवाद सूत्र, धुपगुड़ी: राज्य खाद्य विभाग पर अनियमितता का आरोप लगा है। उक्त आरोप जलपाईगुड़ी व अलीपुरद्वार जिले के अधिकांश परीक्षार्थियों ने लगाया है। धुपगुड़ी के तीन नम्बर वार्ड के दरवेश पाड़ा निवासी काजल दे ने बताया कि वह गत 27 जुलाई 2014 को जलपाईगुड़ी के सुनितिबाला स्कूल में खाद्य विभाग के फूड इंस्पेक्टर की परीक्षा में हिस्सा लिया था। इसके बाद 22 नवंबर को परिजनों से कर्ज लेकर मौखिक परीक्षा के लिए कोलकाता गया। जिसमें उन्हें सफलता भी मिली। गत 17 जनवरी को नौकरी के लिए एक सूची प्रकाशित हुई, जिसमें उसका नाम भी शामिल था। लेकिन 19 जनवरी की सूची से उसका नाम हट गया। काजल ने आरोप लगाया कि इसके पीछे कोई बड़ा गिरोह काम कर रहा है। पैसा लेकर नौकरी दिया जा रहा है, जिससे योग्य परीक्षार्थी वंचित हो रहे हैं। उसकी मां हेलेन दे ने बताया कि काजल हर क्षेत्र में अव्वल है। उसने कई प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक भी हासिल किया है। लेकिन कुछ लोग हैं जो योग्य युवक-युवतियों को आगे बढ़ने नहीं दे रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार खाद्य विभाग के शून्य पद के लिए वर्ष 2014 के जुलाई महीने में लिखित परीक्षा हुई थी। इसमें सफल परीक्षार्थियों को 22 नवंबर 2016 को कोलकाता के साल्ट लेक स्थित मोहित भवन में मौखिक परीक्षा के लिए बुलाया गया था। इसके बाद 227 परीक्षार्थियों की सूची वेस्ट बंगाल स्टाफ सेलेक्शन (एसएससी) वेबसाइट में प्रकाशित की गई। लेकिन कुछ गलती के सुधार के बाद गत 19 जनवरी को एक नई सूची निकाली गई तो उसमें कई परीक्षार्थियों का नाम गायब था। इसके अलावा कुछ नए नामों को भी सूची में शामिल किया गया।