चिंता मनुष्य को चिता तक ले जाती है: कमल कुमार मुनी जी
संवाद सूत्र, जयगांव: जैन समाज के आचार्य महाश्रमणजी कमल कुमार मुनी जी, कोमल मुनी व अश्रय मुनी जी के द
संवाद सूत्र, जयगांव: जैन समाज के आचार्य महाश्रमणजी कमल कुमार मुनी जी, कोमल मुनी व अश्रय मुनी जी के द्वारा गुरुवार जयगांव के तेरापंथ भवन में प्रवचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसका शुभारंभ महिला मंडल की सुनीता जम्मड, निर्मला गांधी व अन्यों ने किया। आचार्य कमल कुमार मुनी जी ने परिवार को सुखी बनाने को लेकर कहा कि पहले लोग संयुक्त परिवार में रहते थे। उस समय लोगों का जीवन काफी खुशहाल रहता था। लेकिन आज के समय में परिवार छोटा हो गया है। इसके बावजूद घरों में अशांति बनी रहती है। जिसका एकमात्र कारण क्रोध व चिंता है। उन्होंने कहा कि चिंता व चिता के बीच केवल बिंदु का फर्क है। लोगों को हमेशा खुशहाल जीवन व्यतीत करनी चाहिए, क्योंकि चिंता मनुष्य को चिता तक ले जाती है। कार्यक्रम से पहले जैन तेरापंथ कार्ड का वितरण किया गया था। उत्तर बंगाल के सहसंयोजक मांगी लाल बोथरा ने कार्ड की जानकारी उपस्थित लोगों को दिया। उन्होंने कहा कि शुक्रवार दोपहर 1 बजे से शाम 6 बजे तक पुनमचंद, विनोद बोथरा के निवास स्थान पर प्रवचन का आयोजन संपन्न किया जाएगा। गुरुवार के कार्यक्रम में जैन सीतामंबर सभा तेरापंथ सभा के अध्यक्ष चंदन मल, जयगांव व्यवसायी समिति के अध्यक्ष बीएल बडोडिया, सचिव आरएस गुप्ता, हाडवेयर एसोसिएशन के सुभाष गोयल, ब्राहमण समाज के विजय शर्मा, समाजसेवी एसडी अग्रवाल समेत अन्य उपस्थित थे।
पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ
जयगांव: कालचिनी थाना अंर्तगत राजाभात खावा चाय बागान के 14 नंबर सेक्शन में लगे पिंजरें में एक तेंदुए को कैद कर लिया गया। गुरुवार सुबह काम पर जाने दौरान श्रमिकों ने तेंदुए को देखा। बाद में इसकी जानकारी बागान मैनेजमैंट को दी गई। बागान के लोगों ने कहा कि प्राय: हो रहे तेंदुए के हमले से बच्चे काफी आतंकित रहते हैं। मालूम हो कि 4 महीने पहले तेंदुए के हमले में ही एम मासूम की जान चली गई थी। राजाभात खावा वन विभाग के रेंजर मधुर मिलन ने कहा कि पिंजरे में मादा तेंदुए को कैद किया गया है। इसे 23 माइक वाच टावर के पास जंगल में छोड़ दिया गया है।