गोरखालैंड मुद्दे पर रूख स्पष्ट करे भाजपा: विनय तामांग
तामांग ने आगे कहा कि वर्ष 2014 और 2017 के लोकसभा चुनाव में गोरखालैंड मुद्दे पर ही पहाड़वासियों ने भाजपा को समर्थन दिया था।
कोलकाता, [जागरण संवाददाता] । गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) नेता विनय तामांग ने केंद्रीय मंत्री व सांसद एसएस अहलूवालिया और बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष से कहा है कि वे पहाड़ दौरे से पहले अलग गोरखालैंड मुद्दे पर अपना रूख स्पष्ट करें।
यहां बता दें कि बुधवार से दार्जिलिंग से भाजपा के सांसद अहलुवालिया और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पहाड़ समेत पड़ोसी सिक्किम के दौरे पर जाने वाले हैं। यहां दोनों नेता पार्टी कार्यकर्ताओं और गोजमुमो नेतृत्व के साथ बैठक करेंगे।
वहीं, कभी गोजमुमो प्रमुख बिमल गुरुंग के करीबी रहे विनय ने कहा है कि पहाड़ चढ़ने से पहले सांसद व भाजपा के अन्य नेता अलग राज्य गोरखालैंड मुद्दे पर अपना पक्ष साफ कर लें। गोरखालैंड मुद्दे पर पक्ष साफ किए बगैर भाजपा नेताओं के पहाड़ आने पर होनी वाली अनचाही घटनाओं की जिम्मेदारी उनकी होगी।
तामांग ने आगे कहा कि वर्ष 2014 और 2017 के लोकसभा चुनाव में गोरखालैंड मुद्दे पर ही पहाड़वासियों ने भाजपा को समर्थन दिया था। मालूम हो कि पश्चिम बंगाल सरकार ने 20 सितंबर को गोरखा क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) को बदलने के लिए प्रशासक के गठन की घोषणा की थी और इसके अध्यक्ष के रूप में बिनय तामांग नियुक्त हुए हैं।
इससे पहले गोजमुमो की ओर से अनिश्चितकालीन पहाड़ बंद का आह्वान किया गया था और इसे लेकर यहां 104 दिनों तक बंद बरकरार रहा। बंद का मुद्दा पृथक गोरखालैंड राज्य था। हालांकि अब बंद समाप्त हो चुका है लेकिन विनय तामांग के इस सवाल ने एक बार फिर भाजपा की परेशानी बढ़ाने का काम किया है।