Nobel Prize 2019: नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी को लेकर अब 'डैमेज कंट्रोल' में जुटी बंगाल भाजपा
पार्टी नेताओं को नोबेल जयी के खिलाफ बयानबाजी नहीं करने का निर्देश भाजपा को बंगाल में अपनी छवि को नुकसान पहुंचने का सता रहा है डर
कोलकाता, जागरण संवाददाता। नोबेल जयी अभिजीत बनर्जी के खिलाफ बयानबाजी को लेकर दुविधा में पड़ी बंगाल भाजपा ने 'डैमेज कंट्रोल' करते हुए अपने नेताओं को उनके खिलाफ अब कोई टिप्पणी नहीं करने का निर्देश दिया है। पार्टी का मानना है कि अभिजीत के खिलाफ बयानबाजी से बंगाल में उसकी छवि को नुकसान पहुंच सकता है क्योंकि राज्य की जनता इसे अच्छी नजर से नहीं ले रही है। इससे बंगाली विरोधी भावनाओं को बढ़ावा मिल सकता है।
बंगाल भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर कहा-'हमने पार्टी नेताओं को अभिजीत के खिलाफ बयानबाजी करने से मना किया है। हमें जो जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक बंगाल के लोग इसे अच्छी नजर से नहीं ले रहे। राज्य के लोग अपने नायकों को लेकर काफी संवेदनशील हैं। नोबेल पुरस्कार जीतने के बाद बंगाल में अभिजीत बनर्जी का कद काफी ऊंचा हो गया है और हमें प्रवाह के खिलाफ तैरने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।' एक अन्य भाजपा नेता ने कहा कि अभिजीत के खिलाफ बयानबाजी जारी रखने से पार्टी की बंगाली विरोधी के तौर पर ब्रांडिंग की जा सकती है। बंगाल में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान के समय बंगाली-गैर बंगाली का मुद्दा पार्टी पर भारी पड़ गया था।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा-'अभिजीत बड़ी हस्ती हैं। उन्होंने काफी बड़ी उपलब्धि हासिल की है। बहुत से लोग अपने विचार जाहिर कर रहे हैं। उन्हें ऐसा करने का अधिकार है। मुझे उम्मीद है कि भारत समेत पूरे दुनिया में व्याप्त आर्थिक संकट से उबरने के लिए वे मूल्यवान सुझाव देंगे।'
अभिजीत की मां ने की आलोचकों की जमकर खिंचाई
अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अभिजीत बनर्जी की मां निर्मला देवी ने अपने बेटे की आलोचना करने वालों की जमकर खिंचाई है। उन्होंने कहा कि हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है लेकिन उनके बेटे की आलोचना करने वालों को विरोधाभासी विचारों का भी सम्मान करना चाहिए। किसी का नाम नहीं लेते हुए उन्होंने यह भी कहा कि उनके बेटे के बारे में भला-बुरा कहकर विरोधी अपनी बातों को सही साबित नही कर पाएंगे। निर्मला देवी ने कहा-'मेरे बेटे के खिलाफ जो बातें कही गई , मैं उसपर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगी। यह उनकी अभिव्यक्ति की आजादी और विशेषाधिकार है लेकिन इस तरह से वे अपनी बातें साबित नहीं कर पाएंगे।'
गौरतलब है कि रेलमंत्री पीयूष गोयल ने अभिजीत को वामपंथी विचारधारा से प्रभावित बताया था। उन्होंने यह भी कहा था कि अभिजीत की न्यूनतम आय वाली योजना 'न्याय' को देश की जनता ने खारिज कर दिया। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने भी अभिजीत पर निशाना साधते हुए कहा था कि वे अपने अर्थशास्त्र को बंगाल के एक गांव में भी सफलतापूर्वक लागू करके दिखाएं। राहुल ने यह भी कहा था कि विदेशी महिला से दूसरी शादी करने वालों को ही मुख्य रूप से नोबेल पुरस्कार मिल रहा है।
निर्मला देवी ने इसपर कहा-'जो लोग अभिजीत के व्यक्तिगत जीवन और उसकी दूसरी शादी को लेकर बातचीत कर रहे हैं, उन्हें अगर लगता है कि विदेशी महिला से दूसरी शादी करने पर नोबेल पुरस्कार मिलना सुनिश्चित हो सकता है तो वे खुद ऐसा क्यों नहीं कर लेते। ऐसा करने पर हमारे आसपास बहुत से नोबेल जयी हो जाएंगे।'
बेटे के लिए तैयार करेंगी मटन कबाब और मछली
अभिजीत मंगलवार को अपने घर आएंगे। मां निर्मला देवी काफी व्यस्त हैं। वे बेटे के पसंदीदा पकवान तैयार करने की तैयारियों में जुटी हुई हैं। मेनू तय हो चुका है। उन्होंने बताया कि बेटे के लिए मटन कबाब और मछली करी बनाएंगी। गौरतलब है कि अभिजीत काफी दिनों बाद कोलकाता आ रहे हैं। निर्मला देवी अपनी बहू एस्थर डुफलो के लिए उनके हाथों एक साड़ी भी भेजेंगी।