शहीदों का नाम इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में अंकित होगा :थापा
-विश्वासघात करने वालों का नाम होगा काले अक्षरो में लिखा जाएगा - गोरखालैंड के पक्ष में सकारात्मक कल
-विश्वासघात करने वालों का नाम होगा काले अक्षरो में लिखा जाएगा
- गोरखालैंड के पक्ष में सकारात्मक कलम चलाएं लेखक -साहित्यकार
जागरण संवाददाता,कर्सियाग:
अलग राज्य गोरखालैंड की माग में कर्सियाग मोटर स्टैंड में आयोजित पथसभा को संबोधित करते हुए प्रमुख वक्ता गोजमुमो नेता किशोर थापा ने कहा कि गोरखालैंड के लिए शहीद होने वालों का नाम इतिहास में स्वर्ण अक्षर से अंकित होगा। परंतु जाति से विश्वासघात करनेवालों का नाम इतिहास में काले अक्षर से अंकित होगा।
उन्होंने कहा कि गोरखालैंड के जन आदोलन में सास्कृतिक क्रांति आरंभ हो गई है। इसमें इस क्षेत्र के लेखक,कवि,इतिहासकार,संगीतकार,समालोचक आदि को गोरखालैंड के पक्ष में सकारात्मक कलम चलाने का आह्वान भी उन्होंने किया।
जाति से विश्वासघात करनेवाले कलंकित व्यक्तियों का नाम वार्ड -वार्ड के लोगों से लिखकर रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि भले ही दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्र का भूभाग भारत में है। परंतु यह भूभाग पश्चिम बंगाल का नहीं है। इसके बारे में उन्होंने ऐतिहासिक जानकारी भी उपस्थित लोगों को दी।
इसी क्रम में गोरखालैंड आदोलन को नैतिक समर्थन देनेवाले सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग को गोजमुमो नेता राजू सेवा ने धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि जीटीए में बंगाल सरकार ने कुल पंद्रह बोर्ड को बनाकर जीटीए को कमज़ोर बनाने की कथित साजि़श रची थी। अब जीटीए समझौता का अंतिम संस्कार हो गया है। उन्होंने कहा कि गोरखालैंड आदोलन अंतिम चरण का है। हम सभी एकबद्ध होकर निकले हैं। अब अपने लक्ष्य प्राप्ति तक हमें पहुंचना है। सिलीगुड़ी में गोरखा जाति के भाई -बहनों पर हो रहे अत्याचार का उन्होंने घोर विरोध भी जताया। श्री सेवा ने आरोप लगाया कि गोरखालैंड आदोलन को बंगाल सरकार जातिगत आदोलन बनाने का कथित प्रयास कर रही है। इसे हम सफल नहीं होने देंगे।
गोरखाओं का संपर्क उत्तर -पूर्वी भारत के जंगी संगठन से होने का आरोप मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हमारे ऊपर लगा रही है। यह बिलकुल निराधार है।