इलाज में लापरवाही से रोगी की मौत, तोड़-फोड़
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सेवक रोड स्थित आनंदलोक नर्सिग होम में चिकित्सा में लापरवाही के चलते ए
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :
सेवक रोड स्थित आनंदलोक नर्सिग होम में चिकित्सा में लापरवाही के चलते एक रोगी की शनिवार सुबह मौत हो गई। इससे बौखलाए परिजनों ने नर्सिग होम की सीसीयू के आसपास तोड़-फोड़ की व चिकित्सा में लापरवाही का आरोप लगाते हुए भक्ति नगर थाना में लिखित शिकायत भी की है। वैसे नर्सिग होम प्रबंधन ने इस आरोप को निराधार बताया है। उक्त मामले को लेकर इस दिन नर्सिग होम में माहौल तनावपूर्ण हो गया। सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस के एसीपी (जोन द्वितीय) अचिंत्य गुप्त ने दल-बल के साथ मौके पर जा कर बमुश्किल परिस्थिति को स्वाभाविक कराया।
बताया जाता है कि पेशे से सिविल इंजीनियर, बिहार के अररिया निवासी सुशांत सेनगुप्त (46 वर्ष) को हृदय की समस्या के चलते गत गुरुवार तड़के सुबह उक्त नर्सिग होम में कार्डियोलॅजिस्ट डॉ. अरित्र कोनार के अधीनस्थ भर्ती कराया गया। अगले दिन डॉ. कोनार ने रोगी की एंजियोग्राफी की जिसमें पता चला कि रोगी के हृदय में तीन ब्लॉकेज है। उसी दौरान डॉक्टर ने एंजियोप्लास्टी करते हुए दो ब्लॉकेज दूर कर दिया जबकि तीसरा ब्लॉकेज दूर करने में असफल रहे। उस परिस्थिति में उन्होंने कहा कि अगले 24 घटे के अंदर रोगी की बाईपास सर्जरी करवानी होगी। दूसरी ओर रोगी की अवस्था और बिगड़ने लगी।
मृतक की पत्नी समता सेनगुप्त ने आरोप लगाया है कि उक्त नर्सिग होम में एंजियोग्राफी व एंजियोप्लास्टी करने से पहले ही हमलोगों ने अपने रोगी को तत्काल एक दूसरे नर्सिग होम में ले जाने की बात कही लेकिन डॉ. कोनार व उनकी सहायक श्रीमती संघमित्रा ने मना करते हुए कहा कि उनके ही नर्सिग होम में कोलकाता से आए हुए एक अन्य विशेषज्ञ डॉ. एस. मुखर्जी हैं जो इस मामले को ठीक कर देंगे। उसके बाद डॉ. एस. मुखर्जी ने रोगी की अवस्था देखते हुए 72 घटे बाद रविवार को बाईपास सर्जरी का समय दिया। इधर, शुक्रवार देर रात नर्सिग होम की ओर से रोगी के परिजनों को सूचित किया गया कि वे लोग जल्दी आएं, रोगी की अवस्था अत्यंत चिंताजनक है। इसकी सूचना पाते ही रोगी के सिलीगुड़ी के रिश्तेदार नर्सिग होम गए तो उन्हें दिखाया गया कि रोगी को वेंटीलेटर पर रखा गया है और रोगी की हालत बहुत ही नाजुक बनी हुई है। उसके बाद शनिवार सुबह बताया गया कि रोगी की मौत हो गई है।
इस बाबत मृतक के साला शुभज्योति गुप्त ने आरोप लगाया है कि उनके जीजा की मौत शुक्रवार रात में ही हो चुकी थी लेकिन दिखावे के लिए उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया। उन्होंने कहा कि बाईपास सर्जरी के लिए पर्याप्त आधारभूत संरचना एवं विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं होने के बावजूद उनके जीजा को नर्सिग होम ने भर्ती किया और चिकित्सकीय लापरवाही के चलते उनकी मौत हो गई। इसे लेकर मृतक की पत्नी की ओर से भक्ति नगर थाना में लिखित शिकायत कर दोषी डॉक्टरों को कठोर सजा दिलाए जाने की मांग की गई है।
वहीं, आनंदलोक नर्सिग होम के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. ए.के. खंडेलवाल ने इन आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा कि रोगी को हृदयाघात हुआ था। उनकी हरसंभव बेहतर चिकित्सा की गई लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।