आर मोक्तान के बयान पर चौतरफा विरोध जारी
-मोक्तान के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही कर सकता है मारवाड़ी समुदाय -बयान के विरोध में कालिम्पोंग से मो
-मोक्तान के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही कर सकता है मारवाड़ी समुदाय
-बयान के विरोध में कालिम्पोंग से मोर्चा नेता का इस्तीफा
-कार्यवाही को लेकर डीएम व मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने की तैयारी में गोरामुमो
संवादसूत्र,कालिम्पोंग : गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता आर. मोक्तान द्वारा गैर गोरखा विरोधी बयान का चौतरफा विरोध जारी है। मोक्तान ने गत 28 अगस्त को कर्सियाग की जनसभा में बंगाली एवम मारवाड़ी समुदाय को खदेड़ने की बात कही थी। मोक्तान के बयान से नाराज जनमुक्ति अल्पसंख्यक फ्रंट के सचिव ढेण्डुप भूटिया ने अपने पद तथा मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पत्रकारों को संबोधित करते हुए भूटिया ने अपने इस्तीफे के पीछे तीन प्रमुख कारणों का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले नगरपालिका चुनाव में मोर्चा प्रमुख ने अल्पसंख्यक समुदाय से एक सदस्य भेजने का वचन दिया था जिसपर अल्पसंख्यक फ्रंट की ओर से नाम का सुझाव भी पार्टी नेतृत्व को भेजा गया था किंतु माइनारिटी फोरम से एक भी सदस्य को मनोनीत नही किया गया। उन्होंने जनमुक्ति माइनारिटी फोरम के 2008 में गठन के बाद से लेकर आज तक गोरखालैंड आंदोलन में दिए गए योगदान को भी गिनाया। भूटिया ने मोर्चा पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी के लिए फोरम की ओर से इतना कुछ करने के बाद भी हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव में फोरम की अनदेखी की गई। भूटिया ने कहा कि ऐसी स्थिति में आर मोक्तान द्वारा दिए बयान से बंगाली व मारवाड़ी समुदाय में असुरक्षा की भावना फैलने की बात कही तथा इसे अपने इस्तीफे की मुख्य कारणों में से एक बताया। भूटिया ने कहा कि यदि पहाड़ से अल्पसंख्यकों को खदेड़ा गया तो इसके परिणमस्वरूप पूरे भारत में रहने वाले गोरखा समुदाय के लोगों के प्रति हीन भावना उत्पन्न होगी। भूटिया ने मोक्तान से अपने बयान को वापस लेने तथा सार्वजनिक माफी की मांग की है।
वहीं मोर्चा प्रवक्ता के बयान पर कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए मारवाड़ी समुदाय के बजरंग लाल अग्रवाल ने मोक्तान के बयान की तीखी आलोचना की है। अग्रवाल ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि मोक्तान ने अपने बयान को तीन दिन के भीतर वापस नही लिया तथा माफी नही मांगी तो मारवाड़ी समुदाय की ओर से उनके विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाएगी। उन्होने कहा कि मोक्तान से समुदाय को ऐसे बयान की अपेक्षा नही थी तथा मोक्तान के बयान से मारवाड़ी समाज को गहरा आघात पहुंचा है। बजरंग लाल अग्रवाल ने कहा कि भारत में रहते हुए किसी भी जाति के विरूद्ध ऐसा बयान देना अपराध की श्रेणी में आता है।
वहीं आर मोक्तान के बयान पर गोरामुमो कर्सियांग टाउन समिति की ओर से दया देवान ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मोक्तान द्वारा दिया गया बयान सौहार्द बिगाड़ने वाला है और पार्टी मोक्तान के बयान का कड़ा विरोध करती है। उन्होने कहा कि मोक्तान के बयान पर पार्टी की शाखा तथा केंद्रीय समिति में चर्चा के बाद गोरामुमो की ओर से मोक्तान के विरूद्ध कार्यवाही की मांग पर दार्जिलिंग जिला प्रशासन तथा प्रदेश की मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने पर विचार किया जाएगा। देवान ने कहा कि मोक्तान द्वारा दिया गया बयान अस्वीकार्य तथा शांति भंग करने वाला वाला है। गोरामुमो नेता के मुताबिक यदि किसी अन्य क्षेत्र में बयान के विरोध स्वरूप गोरखा जाति को किसी प्रकार की हानि पहुंचती है तो उसके लिए गोजमुमो नेता आर मोक्तान ही पूर्णतया जिम्मेदार होंगे। बताते चलें कि कर्सियांग में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मोर्चा नेता आर मोक्तान ने राज्य सरकार के मंत्री अरूप बिस्वास द्वारा विमल गुरूंग के संबंध में दिए गए अमर्यादित बयान का विरोध करते हुए जवाबी बयान दिया था।