बंद को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष हुए आमने-सामने
-शहर में निकाली जाएगी रैली , आवश्यक सेवाओं में होगी छूट -संयुक्त ट्रेड यूनियन ने की जनता से सहयोग
-शहर में निकाली जाएगी रैली , आवश्यक सेवाओं में होगी छूट
-संयुक्त ट्रेड यूनियन ने की जनता से सहयोग करने की अपील
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : दो सितंबर को 15 सूत्री मांगों के समर्थन में आहूत हड़ताल को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष आमने-सामने हो गए है।
इसके पूर्व भी आहूत बंगाल बंद को लेकर टीएमसी ने सभी कार्यालयों को खुले रखने का आह्वान किया है। मंगलवार को ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन फेडरेशन के तत्वाधान में बैठक की गई। बैठक के बाद ट्रेड यूनियन के नेता समन पाठक, अजीत सरकार, विजय नाथ, विनय चक्रवर्ती, अनिमेश बनर्जी, मोज्जमिल हक, जय लोध आदि ने कहा कि यह आंदोलन महंगाई और मजदूरों के हित में है। इसको लेकर हड़ताल केंद्र की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ बुलाई गई है। इसलिए उस दिन इंटक कार्यकर्ता इसके समर्थन में सड़क पर उतरेंगे। उस दिन कल-कारखानों में कामकाज बंद रहेगा। इस हड़ताल को लेकर वाममोर्चा की ओर से भी अशोक नारायण भट्टाचार्य व जीवेश सरकार ने भी सरकार को चेतावनी दी है। उन्होंने साफ कहा है कि राज्य सरकार आग से नहीं खेले। हड़ताल को सफल बनाने के लिए जो भी करना होगा, वाममोर्चा करेगा। समन पाठक ने कहा कि जब कार्यालय ही नहीं खुले रहेंगे तो कार्यालय में आकर लोग क्या करेंगे। सड़कों पर वाहन नहीं चलेंगे। भारत बंद है तो रेल का भी इसपर प्रभाव पड़ेगा। राज्य सरकार लगातार बंद को विफल करने की कोशिश कर रही है सरकार केंद्र से हाथ मिलाकर लगातार जन विरोधी कार्य कर रही है। बंद के समर्थन में महारैली निकाली जाएगी।