सात वर्ष में नहीं बने अल्पसंख्यक आवास योजना के आवास
संवाद सूत्र, कालिम्पोंग : गोरूबथान खंड के सामसिंग क्षेत्र में अल्पसंख्यक आवास योजना के तहत सन 200
संवाद सूत्र, कालिम्पोंग : गोरूबथान खंड के सामसिंग क्षेत्र में अल्पसंख्यक आवास योजना के तहत सन 2008 में 18 आवास आवंटित किए गए थे। जिसके निर्माण की जिम्मेदारी कालिम्पोंग एक ठेकेदार आनंद प्रधान को सौंपी गई थी। परंतु सात वर्ष व्यतीत हो जाने के बावजूद अभी तक एक भी आवास का निर्माण नहीं हुआ है। संबंधित ठेकेदार के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के साथ ही उसे काली सूची में डाला जाना चाहिए। उक्त उद्गार क्षेत्रीय विधायक डॉ. हर्क बहादुर छेत्री ने व्यक्त किए। वे शनिवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भूस्खलन प्रभावित इलाकों के दौरे के दौरान सामसिंग के 18 लाभार्थियों ने घर न बनने की शिकायत की थी। सभी प्रक्रिया पूर्ण होने के बावजूद संबंधित ठेकेदार द्वारा तीन वर्ष तक काम नहीं करने पर उसे काली सूची में डाला जाना चाहिए। विधायक ने आशंका जताई कि महज सामसिंग ही नहीं, गोरूबथान के अधिकांश लाभार्थियों के आवास का निर्माण नहीं हुआ होगा व कहा कि फापरखेती, लुंगसेल, बादे आदि क्षेत्रों में आवास निर्माण की जिम्मेदारी अन्य ठेकेदारों को सौंपी गई थी। जिनका निर्माण भी हो गया है। परंतु सामसिंग, कुमाई, रोंगो, जलढ़का आदि क्षेत्रों में आवास नहीं बने। उन्होंने कहा कि ऐसा कम होता है जब सरकार की कोई योजना जनता तक पहुंचती है। परंतु पहुंची हुई योजना का लाभ न मिल पाना दुखद है। डॉ. छेत्री ने वन बस्ती के क्षेत्रों में लगभग सात वर्ष से वन्य आवासीय योजना एवं अन्य बुनियादी सुविधाओं के विकास की योजना बंद होने की जानकारी दी व कहा कि इस विषय पर हाल ही में वन्य ग्राम कमेटी के प्रतिनिधियों ने मुझसे मुलाकात कर अवगत कराया। वनबस्तियों में रहने वाले लोगों के सामने भी समस्याओं का अंबार है। जिसके समाधान को जल्द ही सूबे वन-मंत्री से मुलाकात कर बात करेंगे।