भूस्खलन : 26 दिन बाद भी शवों की तलाश जारी
संवाद सूत्र, मिरिक : भूस्खलन के तौर पर आई प्राकृतिक आपदा को 26 दिन बीत गए। परंतु लोगों के जेहन में त
संवाद सूत्र, मिरिक : भूस्खलन के तौर पर आई प्राकृतिक आपदा को 26 दिन बीत गए। परंतु लोगों के जेहन में तबाही के उस मंजर की यादें आज भी तरोताजा हैं। टिंगलिंग के लिम्बूधुरा गांव में लापता 19 में से 16 के शव बरामद किए जा चुके हैं। परंतु तीन लोगों का अब तक कोई पता नहीं चल सका है। उनके शवों की तलाश केा अभी भी पश्चिम बंगाल पुलिस एवं एसएसबी टिंगलिंग बीओपी के जवान मलबे की खाक छान रहे हैं।
लापता लोगों में रामलाल सुबेदी, कुमारी सुबेदी एवं दीपराज सुबेदी शामिल हैं। एक जुलाई की अहले सुबह हुए भयंकर भूस्खलन का सर्वाधिक दर्द झेलने वाले सुबेदी परिवार ने इनके जीवित मिलने की उम्मीद तो उसी दिन छोड़ दी थी। अब शव मिलने की उम्मीदें भी दम तोड़ने लगी हैं। इस संबंध में एसएसबी टिंगलिंग बीओपी के सहायक उपनिरीक्षक रमेश चौहान ने कहा कि राहत एवं लापता लोगों की तलाश का कार्य एक जुलाई से ही निरंतर चल रहा है। जो टिंगलिंग लिम्बूधुरा के साथ ही गांव के ठीक नीचे बहने वाली मेची नदी (पानी टंकी काकरभिट्टा) क्षेत्र तक तलाशी का अभियान संचालित किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि नदी किनारे अथवा भूस्खलन प्रभावित इलाके में मलबे से कोई भी मानव अंग भी दिखे, तो इसकी सूचना तत्काल एसएसबी को दें। साथ ही उन्होंने लोगों से अपनों को गंवाने का दर्द झेल रहे मृतकों के परिजनों की सहायता करने का भी आह्वान किया है। चौहान ने कहा कि बल, सभी शवों के बरामद होने तक तलाशी अभियान जारी रखने को प्रतिबद्ध है।